चलचित्र

सिर्फ तुम
एक बहुत ही प्यारी चुलबुली रोमांटिक और इमोशनल से भरी हुई फिल्म। प्यार करने वाले सच्चे प्रेमियों के लिए प्यार की सौगात। कहानी हीरोइन नैनीताल में रहती है जबकि हीरो केरल में।
ट्रेन में खोया हीरोइन का एजूकेशन डॉक्यूमेंट भरा बेग हीरो को मिलता है, और हीरो उसे हीरोइन के घर नैनीताल बाय पोस्ट से भेज देता है। और दोनों के बीच एक दूसरे को देखे बिना बातचीत होने लगती है और दोनों को ही एक दूसरे को देखे बिना दिल से दिल जुड़ जाने के कारण प्यार हो जाता है।
हीरो नौकरी की तलाश में केरल से दिल्ली आ जाता है, और हीरोइन भी हीरो से मिलने के लिए उसकी तलाश मे दिल्ली आती है। पर सिचुएशन कुछ ऐसे बनती है कि एक दूसरे को ना देखे होने के कारण वे मिल नहीं पाते।
हीरो से न मिल पाने के कारण अंत मे रोती हुई हीरोइन ट्रेन से हमेशा के लिए वापस नैनीताल जा रही होती है। क्या हीरोइन हीरो से मिले बिना हमेशा के लिए वापस नैनीताल चली जाएगी? क्या दोनो की इस बिन देखे पनपी प्रेम कहानी का दुःखद अंत ही होगा? यह आखरी तक सस्पेंस है। फिल्म का गीत संगीत बहुत ही शानदार है।
जुदाई में रहने वाले प्रेमी युवाओं को आज भी *जिंदा रहने के लिए तेरी कसम एक मुलाकात जरूरी है सनम* गाना सुनते हुए रोते हुए देखा जा सकता है ।
फिल्म मे हीरो हीरोइन के बीच दिल से दिल के प्यार की ताकत को दिखाया गया है, एक दूसरे से देखे मिले बिना वे अपने-अपने लिए आये रिश्तो को ठुकरा देते हैं ।
हीरोइन जहां सलमान खान के साथ शादी का रिश्ता ठुकरा देती है, वहीं हीरो भी सुष्मिता सेन के शादी के प्रस्ताव को ठुकरा देता है। हीरो से मिलने की तड़प में दिल्ली में बारिश मे हीरोइन द्वारा पागलों की तरह हीरो को ढूंढने के लिए इधर-उधर भागने-रोने के सीन देखकर पाषाण हृदय में भी दर्द उठ बैठेगा।
फिल्म शानदार है।
रेटिंग 7.5/10
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