महबूबा मुफ्ती की तीखी प्रतिक्रिया, कहा - 'और पीछे बंदरों तक चले जाएं आजाद'
महबूबा मुफ्ती ने गुलाम नबी आजाद के कश्मीर के इतिहास संबंधी बयान पर सवाल उठाया और तीखी टिप्पणी की।
जम्मू कश्मीर की पार्टी पीडीपी की चीफ महबूबा मुफ्ती ने गुलाम नबी आजाद के एक बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। गुलाम नबी आजाद ने एक जनसभा में कहा था कि इस देश में पैदा होनेवाले सभी पहले हिन्दू थे। बाद में वे मुस्लिम बने। इस पर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बेहतर होगा गुलाम नबी आजाद पूर्वजों के इतिहास में थोड़ा और पीछे चले जाएं और बंदरों तक पहुंच जाएं।
सोशल मीडिया पर गुलाम नबी आजाद का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। वीडियो के मुताबिक 9 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के डोडा में भाषण देने पहुंचे आजाद ने कहा कि इस्लाम लगभग 1500 साल पहले उभरा, जबकि हिंदू धर्म अत्यंत प्राचीन है। कश्मीर में 600 साल पहले सिर्फ कश्मीरी पंडित थे। फिर कई लोग कनवर्ट होकर मुसलमान बन गए। उन्होंने कहा कि चाहे हिंदू, मुस्लिम, राजपूत, ब्राह्मण, दलित, कश्मीरी या गुज्जर हों हम सभी इस मातृभूमि का हिस्सा हैं। हमारी जड़ें इस भूमि में हैं।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को खुद भगवान राम और उनकी रीतियों की रघुवंश का जिक्र किया था। सुप्रीम कोर्ट में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का संबंधी मामले पर उन्होंने कहा कि हमें अभी भी इस देश के सुप्रीम कोर्ट पर कुछ भरोसा है। मैं उनसे अपील करना चाहती हूं कि देश 'रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाए' के सिद्धांत पर विश्वास करता है। इस देश को बहुसंख्यकवाद पर नहीं चलाया जा सकता। यह देश संविधान के अनुसार चलेगा।
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