पक्षियों को दाना डालने पर हेल्थ डिपार्टमेंट ने लगाया दिया जुर्माना
पुणे नगर निगम के हेल्थ डिपार्टमेंट ने कबूतरों के लिए फुटपाथ, चौराहों और नदियों के किनारे जैसे सार्वजनिक स्थानों पर दाना डालने वाले लोगों पर फाइन लगाना शुरू कर दिया है।
पुणे नगर निगम के हेल्थ डिपार्टमेंट ने एक व्यक्ति पर पक्षियों को दाना डालने के आरोप में 500 रुपये का फाइन लगा दिया है। पुणे नगर निगम के हेल्थ डिपार्टमेंट ने कबूतरों के लिए फुटपाथ, चौराहों और नदियों के किनारे जैसे सार्वजनिक स्थानों पर दाना डालने वाले लोगों पर फाइन लगाना शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पुणे नगर निगम शहर में कबूतरों की आबादी में देखी गई असामान्य वृद्धि को कंट्रोल करना चाहता है। नगर निगम इनसे होने वाले स्वास्थ्य संबंधी खतरों, विशेष रूप से श्वसन संबंधी बीमारियों (respiratory illnesses) को फैलाने की जांच करना चाहता है।
पुणे नगर निगम ने गुरुवार सुबह कल्याणी नगर की मैरीगोल्ड सोसायटी में रहने वाले एक व्यक्ति पर उस समय 500 रुपये का जुर्माना लगाया जब वह कबूतरों को दाना डालने के लिए सेंट्रल एवेन्यू स्थित स्पॉट पर पहुंचा।
हेल्थ डिपार्टमेंट में डिविजनल सेनट्री इंस्पेक्टर मुकंद घाम ने बताया कि अभी के लिए हमने सिर्फ एक व्यक्ति पर 500 रुपये फाइन लगाया है। करीब 10 लोगों को काउंसलिंग के बाद और विषय की गंभीरता समझाने के लिए जुर्माने की रसीद दिखाने के बाद वापस भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि जनता को कबूतरों को पब्लिक स्पॉट पर दाना डालने की आदत हो गई है। इससे रोकने पर लोग अधिकारियों से बहस करते हैं लेकिन हम उन्हें इससे होने वाली हेल्थ संबंधी समस्याओं के बारे में बताकर उन्हें समझाने की कोशिश करते हैं।
पुणे नगर निगम में असिसटेंट मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर कल्पना बालीवंत ने कहा कि कबूतरों की आबादी में एक “अप्राकृतिक वृद्धि” देखी गई है और पक्षियों की बीट से बीमारियां फैल सकती हैं। उन्होंने कहा कि कबूतरों की आबादी में तर्कहीन वृद्धि जनता के लिए परेशानी की वजह बन रही है। उन्होंने बताया कि विशेषकर बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों के समस्या होती है। कबूतरों का मल एलर्जी का स्रोत है।
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