कविता

अप्रैल 1, 2023 - 11:29
 0  32
कविता

...........

इस दुनिया में

आदमी की जान से

बड़ा कुछ भी नहीं है

 न ईश्वर न ज्ञान न चुनाव

.........

याद रखो

एक बच्चे की हत्या

 एक औरत की मौत

 ...........

सम्पूर्ण राष्ट्र का है पतन

 .........

किसी हत्यारे को

 कभी मत करो माफ

चाहे हो वह तुम्हारा यार

धर्म का ठेकेदार,

चाहे लोकतंत्र का स्वनामधन्य पहरेदार

 -सर्वेश्वर दयाल सक्सेना

आपकी प्रतिक्रिया क्या है?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow