कविता
बुख़ार में घर लौटकर / राजकमल चौधरी
रात की बीमार बीवी
अन्धेरे में खाँसती है।
हमारे अन्धे बच्चे
और बेहद पालतू कुत्ते
प्यार में नहीं,
नींद में यक़ीन करें ।
आपकी प्रतिक्रिया क्या है?
बुख़ार में घर लौटकर / राजकमल चौधरी
रात की बीमार बीवी
अन्धेरे में खाँसती है।
हमारे अन्धे बच्चे
और बेहद पालतू कुत्ते
प्यार में नहीं,
नींद में यक़ीन करें ।