नज़्म

अप्रैल 2, 2023 - 05:07
अप्रैल 2, 2023 - 17:45
 0  23
नज़्म
file photo

दवा की शीशी में

सूरज

उदास कमरे में चाँद

उखड़ती साँसों में

रह रह के एक नाम की गूँज....!

तुम्हारे ख़त को

 कई बार पढ़ चुका हूँ मैं..

 निदा फ़ाज़ली

(सरहद-पार का एक ख़त पढ़ कर)

आपकी प्रतिक्रिया क्या है?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow