लेख
घर से काम _________
घर पर रहकर काम करने की बात से ओरहान पमुक की एक बात याद आती है. अपनी नॉन-फ़िक्शन की किताब Other Colours में उन्होंने इसे दर्ज किया है. तब पमुक लिखकर The New Life में उतर चुके थे. अपने घर को ही दफ़्तर बना लिया था. बाक़ायदा नहा-सोनाकर तैयार होते, अपनी बिटिया Ruya को दुलारते और बैग लिये-लिये घर से बाहर निकलते. कुछेक किलोमीटर टहलकर लौटते और सीधे घर के उस कमरे को खोलते, जो उनकी स्टडी थी. वहॉं किसी छात्र की तरह अपनी मेज़ से लगकर बैठते और डटकर लिखते थे.
हममें से अब कुछेक को आज से कोरोना-काल में घर से काम करने को कहा गया है और पमुक की बेसाख़्ता याद आ रही है. साथ ही याद आ रहे हैं बहुत-से लोग जो अब भी एक खुले ख़तरनाक में काम कर रहे हैं, ताकि आप तक दूध, दवा, राशन, अख़बार, इंटरनेट, बिजली आदि बेरोक पहुंचे. चिंता के साथ बहुत गहरी कृतज्ञता महसूस होती है इन सबके प्रति. •••
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