आतिशी बोलीं- बीजेपी ने रची पूरी साजिश, घटना के वक्त घर पर नहीं थे केजरीवाल; स्वाति के आरोप झूठे
आतिशी बोलीं- बीजेपी ने रची पूरी साजिश, घटना के वक्त घर पर नहीं थे केजरीवाल; स्वाति के आरोप झूठे
दिल्ली कैबिनेट मंत्री आतिशी ने आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से बदसलूकी मामले पर प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि भाजपा की साजिश का मुख्य किरदार स्वाति मालीवाल थीं। जो वीडियो आज सामने आया है वो घटना से बिलकुल अलग है।
आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से बदसलूकी मामले पर दिल्ली कैबिनेट मंत्री आतिशी ने प्रेस वार्ता की। उन्होंने इस साजिश के पीछे भारतीय जनता पार्टी का हाथ बताया है। प्रेस वार्ता के दौरान आतिशी ने कहा कि स्वाति मालीवाल झूठ बोल रही हैं। सीएम केजरीवाल के पीए बिभव कुमार पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। घटना वाले दिन मुख्यमंत्री केजरीवाल वहां पर नहीं थे।
स्वाति मालीवाल ने सुरक्षाकर्मियों को धमकाया
स्वाति मालीवाल की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ पहले कोई मुलाकात तय नहीं थी। स्वाति ने जो चोट लगने की बात कही है वह कहीं नहीं दिख रही है। उसके उलट स्वाति ने घर में मौजूद सुरक्षाकर्मियों को धमकाया। ये सारी साजिश बीजेपी की रची हुई है। वो अरविंद केजरीवाल को लेकर परेशान है। घटना के वक्त का वीडियो सामने आने के बाद सच्चाई सामने आई।
आतिशी का आरोप- साजिश के पीछे भाजपा
आतिशी ने कहा कि जब से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आए हैं तभी से भारतीय जनता पार्टी साजिश रच रही है। एक बार फिर भाजपा ने एक साजिश रची है। भाजपा ने साजिश के तहत स्वाति मालीवाल को 13 मई की सुबह अरविंद केजरीवाल के आवास पर भेजा। इस साजिश के तहत अरविंद केजरीवाल पर झूठे आरोप लगाना था। स्वाति मालीवाल इस साजिश का चेहरा थीं।
स्वाति मालीवाल से सभी आरोप झूठे और निराधार हैं: आतिशी
आगे कहा कि 13 मई को स्वाति मालीवाल बिना की सूचना के मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचीं। उस वक्त सीएम आवास पर नहीं थे। इसलिए उन्होंने बिभव पर आरोप लगाए हैं। आज एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में स्वाति मालीवाल का एक चेहरा सामने आया है। उनका एक झूठ सामने आया है। जो एफआईआर में आरोप लगाए गए हैं। उसके विपरित आज जो वीडियो सामने आया है। वो सच्चाई बताया है। स्वाति मालीवाल कुर्सी पर बैठी हैं। वीडियो में सुन सकते हैं कि वह सुरक्षाकर्मियों को धमका रही हैं। स्वाति मालीवाल के सभी लगाए गए आरोप निराधार हैं।
एफआईआर में स्वाति मालीवाल ने बताई घटना की सच्चाई
दिल्ली पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, मालीवाल ने 13 मई की घटनाओं का जिक्र किया है। जब वह मुख्यमंत्री केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर गई थीं। उन्होंने कहा कि मैं कैंप कार्यालय के अंदर गई। सीएम के पीए बिभव कुमार को फोन किया। लेकिन मैं अंदर नहीं जा सकी। फिर मैंने उनके मोबाइल नंबर पर एक मैसेज भेजा था। हालांकि, कोई जवाब नहीं आया।
इसके बाद मैं उनके आवास के परिसर में गई। जहां मैं अक्सर जाती थी। वहीं बिभव कुमार मौजूद नहीं थे। इसलिए मैंने आवास परिसर में एंट्री की और वहां मौजूद कर्मचारियों को जानकारी दी कि वे यहां सीएम से मिलने के लिए आई हैं। यह सब बातें एफआईआर में लिखी गई हैं। उन्होंने आगे बताया कि मुझे बताया गया कि वह घर में मौजूद हैं और मुझे ड्राइंग रूम में इंतजार करने के लिए कहा है। मैं ड्राइंग रूम में गई और सोफे पर बैठ गई और उनके मिलने का इंतजार किया।
मुझे पता चला की सीएम मिलने के लिए आ रहे हैं। लेकिन अचानक पीए बिभव कुमार कमरे में घुस आए। उन्होंने बिना किसी उकसावे के चिल्लाना शुरू कर दिया। मुझे गालियां भी दीं। मैं स्तब्ध रह गई। इतना ही नहीं मुझे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। जब मैं लगातार चिल्लाती रही तो मुझे कम से कम सात से आठ बार थप्पड़ मारा। मैं वहां मदद के लिए भी चिल्लाई थी। जानबूझकर मेरी शर्ट ऊपर खींची।
उन्होंने बताया कि मैंने उनसे बार-बार कहा कि मैं मासिक धर्म के दौर से गुजर रही हूं। कृपया मुझे जाने दें। लेकिन जाने नहीं दिया। फिर मैं वहीं बैठ गई। मैं ड्राइंग रूम के सोफे पर गई और हमले के दौरान जमीन पर गिरे अपने चश्मे को उठाया। इसके बाद 112 नंबर पर फोन किया और पुलिस को सूचना दी।
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