IMF की मैनेजिंग डायरेक्टर बोलीं- मुल्क की तरह बर्ताव करना सीखें, पैसा हमसे लेकर अमीरों को फायदा देते हैं

मैनेजिंग डायरेक्टर बोलीं- मुल्क की तरह बर्ताव करना सीखें, पैसा हमसे लेकर अमीरों को फायदा देते हैं

मार्च 7, 2023 - 00:55
 0  18
IMF की मैनेजिंग डायरेक्टर बोलीं- मुल्क की तरह बर्ताव करना सीखें, पैसा हमसे लेकर अमीरों को फायदा देते हैं

इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) ने पाकिस्तान को कर्ज की नई किश्त जारी करने के बजाए सुधरने की सलाह दी है। IMF की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टलिना जियोर्जिवा ने कहा है कि सबसे पहले तो पाकिस्तान को एक मुल्क की तरह बर्ताव करना सीखना होगा। उन्होंने कहा- पाकिस्तान एक ऐसी खतरनाक जगह बनती जा रही है जहां कर्ज के सहारे ही सिस्टम चल रहा है।

IMF चीफ ने आगे कहा- सवाल ये है कि IMF आपको लोन देता है, लेकिन आप इसका इस्तेमाल गरीबों की भलाई के बजाय इस तरीके से करते हैं कि इसका फायदा मुल्क के अमीरों को होता है।

पाकिस्तान पर इस वक्त 100 अरब डॉलर का कर्ज है। महंगाई दर 40% के करीब हो चुकी है। सरकार के पास महज 2.7 अरब डॉलर के फॉरेन डिपॉजिट हैं। चीन ने हाल ही में पाकिस्तान को 700 मिलियन डॉलर और बतौर कर्ज दिए हैं, लेकिन इससे एक महीने का खर्च निकलना भी मुश्किल है।

‘ग्रीक सिटी टाइम्स’ को दिए इंटरव्यू में IMF चीफ ने कहा- पाकिस्तान से हम शुरुआत में दो चीजों पर फोकस करने को कह रहे हैं। पहला- टैक्स कलेक्शन बढ़ाइए। हैरानी की बात है कि वहां चंद लाख लोग ही टैक्स देते हैं और इनके पास बेहिसाब दौलत है। दूसरा- सब्सिडी सिस्टम बदलें। ये कौन सा तरीका का IMF से पैसा लेकर जाते हैं और इसका फायदा अमीरों को होता है। हकीकत में जिन गरीबों की इसकी जरूरत है, उनके पास तो कुछ पहुंचता ही नहीं।

IMF की MD ने पाकिस्तान की फौज और खुफिया एजेंसी ISI का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इशारों-इशारों में एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया। कहा- एक बेहद गरीब मुल्क को बजट का 20% हिस्सा कैसे मिलता है। ब्यूरोक्रेट्स और दूसरे अफसर रिटायर होने के बाद भी लाखों रुपए कमाते हैं। जाहिर है आपका सिस्टम काम नहीं कर पा रहा।

हाल ही में IMF की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि इसी साल पाकिस्तान को 27 अरब डॉलर का कर्ज चुकाना है। ये नामुमकिन लगता है, क्योंकि उसके पास तो ठीक से 2 अरब डॉलर भी नहीं हैं। अगर IMF 1.2 अरब डॉलर की किश्त जारी भी कर देता है तो इससे कुछ नहीं होगा। इतना तो उसका इम्पोर्ट बिल ही होता है।

इसी रिपोर्ट में कहा गया था- हैरानी की बात है कि 22 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले मुल्क में टैक्स पेयर्स की तादाद सिर्फ 30 लाख है। ये लोग भी जबरदस्त टैक्स चोरी करते हैं।

आपकी प्रतिक्रिया क्या है?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow