कविता
हम कॉलेज में जहां मिले थे
वहाँ अब एक सभागार है
जहां लोग कविताएँ पढ़ते हैं
- दो नदियाँ जहां मिलती हैं
- वहाँ ही सभ्यता पनपती है।।
आपकी प्रतिक्रिया क्या है?
हम कॉलेज में जहां मिले थे
वहाँ अब एक सभागार है
जहां लोग कविताएँ पढ़ते हैं