मेरी बात
जब दुनिया में हर शख़्स के पास एक न एक काम था
मैं तुम्हें याद कर रहा था
~ सरवत हुसैन
आपकी प्रतिक्रिया क्या है?
जब दुनिया में हर शख़्स के पास एक न एक काम था
मैं तुम्हें याद कर रहा था
~ सरवत हुसैन