शेर
यूँ ‘मीर’ तो ग़म अपना बरसों कहा करेंगे
अब रात कम है, सोओ, बस हो चुकी कहानी
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यूँ ‘मीर’ तो ग़म अपना बरसों कहा करेंगे
अब रात कम है, सोओ, बस हो चुकी कहानी