करोड़ों की चरस और अफीम के साथ 4 महिलाओं समेत 5 तस्कर गिरफ्तार
गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गैंग के 4 महिलाओं समेत पांच शातिर तस्करों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से 3.30 करोड़ रुपए के मादक पदार्थ भी बरामद किए हैं।
दिल्ली से सटे गाजियाबाद की पुलिस कमिश्नरेट क्राइम ब्रांच टीम ने मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। शेगुल निशा, जौहरा खातून, मोमिना खातून, रोशन खातून व सलीम खान यानी 4 महिलाओं समेत 5 अंतर्राज्यीय शातिर तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से करीब ढाई करोड़ की कीमत की 13 किलो चरस और एक करोड़ रुपए की कीमत की 1 किलो अफीम भी बरामद की है। पुलिस की माने तो इनका यह गैंग पिछले काफी समय से दिल्ली एनसीआर में सक्रिय था। हर बार इस गैंग के सदस्य पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो जाते थे। लेकिन इस बार पुलिस ने इन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है।
इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए डीसीपी क्राइम ने बताया कि पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी।कि मादक पदार्थों की तस्करी करने वाला एक गैंग बेहद सक्रिय है। पुलिस ने अपना जाल बिछाया और एक निजी कॉलेज के पास से 4 महिलाओं समेत पांच तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया।इनके कब्जे से करीब ढाई करोड़ रुपए की कीमत की चरस और 1 करोड़ रूपए की अफीम भी बरामद की गई है।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान अभियुक्तगण ने बताया कि वह लोग मूल रूप से सुगौली मोतिहारी बिहार के रहने वाले हैं।जो नेपाल बॉर्डर के पास का इलाका है। यह लोग नेपाल के रहने वाले सुनित नाम के एक व्यक्ति से मादक पदार्थ लेकर आते हैं और कभी-कभी सुनीत भी माल नेपाल से लाकर उन्हें देता है। माल की डिलीवरी वह लोग पार्टियों को उनके बताए स्थान पर ले जाकर देते हैं। जिससे उन्हें ज्यादा मुनाफा होता है और माल की डिलीवरी पर ही हर बार उन्हें 1212 हजार रुपए प्रति किलो अलग से मिलता है।
डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि एनसीआर क्षेत्र गाजियाबाद सहारनपुर से दिल्ली पंजाब हरियाणा में मादक पदार्थ को खपाने वाली पार्टियां भी सुनीत ही तलाश करता है और उन्हें डिलीवरी की जगह भी वही बताता है। बड़ी बात यह है कि यह तस्कर बस और ट्रेन से ही सफर कर तस्करी करते हैं। ताकि अधिक भीड़ में सफर करने के कारण इन पर कोई शक ना कर सके।
इनका कहना है कि जहां उन्हें मादक पदार्थ की डिलीवरी करनी होती थी। वही डिलीवरी लेने वाले शख्स को फोन से बुलाया जाता था और एक दो जगह बदलने के बाद उन्हें माल की डिलीवरी की जाती थी। इन तस्करों ने बताया कि यह सब लोग पुनीत के कहने पर ही पिछले 1 साल से इस गोरखधंधे में लिप्त है।
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