उपेंद्र कुशवाहा को मिली Y+ सिक्योरिटी, लगाई जा रही ये अटकलें
उपेंद्र कुशवाहा को मिली Y+ सिक्योरिटी, लगाई जा रही ये अटकलें
बिहार में आगामी चुनाव को लेकर अभी से ही सियासी बाज़ार सजने लगा है। जदयू से अलग होने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल का गठन किया। इसके बाद उन्होंने बिहार में विरासत बचाओ यात्रा शुरू कर दी। वहीं रालोजद प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को केंद्र सरकार की तरफ़ से वाई प्लस सिक्योरिटी दी गई है। सियासी गलियारों में यह चर्चा तेज़ हो गई है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अलग होने के बाद कुशवाहा को केंद्र सरकार ने सुरक्षा प्रदान की है। इससे यह संकेत मिल रहा है कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले वह एनडीए का दामन थाम सकते हैं।
उपेंद्र कुशवाहा को वाई प्लस सिक्योरिटी मिलने के बाद संभावनाओं की सियासत पर भी चर्चा शुरू हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ़ से उपेंद्र कुशवाहा को सुरक्षा प्रदान करने के लिए आदेश जारी किए जा चुके हैं। 3 अलग-अलग शिफ्टों में CRPF के 11 कमांडो विशेष आधुनिक हथियारों से तैनात रहेंगे। इनमें दो PSO भी शामिल हैं। 2024 लोकसभा चुनाव 2024 से सुरक्षा प्रदान किए जाने के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बगावत के बाद कुशवाहा ने जदयू से किनारा कर लिया और इसके बाद रालोजद नाम से नई पार्टी का गठन किया। कुशवाहा की नई पार्टी के गठन के बाद से ही चर्चा तेज़ हो गई थी कि वह एनडीए का दामन थाम सकते हैं।
नीतीश कुमार से किनारा करने के बाद उपेंद्र कुशवाहा अभी प्रदेश भर में विरासत बचाओ यात्रा के तहत राज्य सरकार पर हमलावर हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर उपेंद्र कुशवाहा अपनी नई पार्टी की सियासी ज़मीन मज़बूत कर रहे हैं, इसके साथ मुख्यमंत्री ही नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर हमला बोल रहे हैं। सूत्रों की मानें तो खुफिया एजेंसियों के इनपुट पर कुशवाहा को सुरक्षा प्रदान की गई है। यात्रा के दौरान कुशवाहा पर हमला होने की इनपुट पर ही केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से सुरक्षा बढ़ाई गई है। सियासी गलियारों में यह भी चर्चा तेज़ है कि आगामी आम चुनाव में कुशवाहा एनडीए गठबंधन के साथ मिलकर भाजपा का झंडा बुलंद करेंगे।
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