कविता

मार्च 31, 2023 - 17:02
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कविता

चलना है सबको छोड़ यहाँ

अपने सुख-दुख का भार प्रिये,

करना है कर लो आज उसे

कल पर किसका अधिकार प्रिये । 

-भगवतीचरण वर्मा

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