कविता (हम ने पत्थरों को छुआ)

अप्रैल 11, 2023 - 11:04
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कविता (हम ने पत्थरों को छुआ)

हमने

पत्थरों को

छुआ-

 उन्हें राजा से ज्यादा याद थे-

अपने शिल्पकारों के हाथ।।

(फ़ोटो: महाबलीपुरम मंदिर)

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