बात पते की
आज के कांग्रेस समर्थकों में वाजपेयी और आडवाणी समर्थकों की बड़ी संख्या देख कर यही लगता है कि बस अब तर्पण ही शेष है.
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आज के कांग्रेस समर्थकों में वाजपेयी और आडवाणी समर्थकों की बड़ी संख्या देख कर यही लगता है कि बस अब तर्पण ही शेष है.