पटना से दरभंगा तक एनआईए की छापेमारी, एक संदिग्ध हिरासत में
बिहार में शनिवार की रात से ही NIA अचानक सक्रिय हो गई। इसके बाद पटना से दरभंगा तक छापेमारी का काम शुरू कर दिया गया। दरभंगा में एक युवक को NIA की टीम ने हिरासत में ले लिया।
बिहार की राजधानी पटना से लेकर दरभंगा तक NIA एकाएक हरकत में आ गई। इन दोनों जगहों पर NIA की दो अलग अलग टीमों ने छापेमारी की। ये छापेमारी शनिवार की रात से शुरू की गई। वहीं छापेमारी के बारे में पता चलते ही पटना और दरभंगा के उन इलाकों में हड़कंप मच गया, जहां NIA की टीमों ने दबिश डाली थी। NIA की एक टीम ने पटना के फुलवारीशरीफ में इमारत ए शरिया के पास एक किताब दुकान में छापा मारी। वहीं दूसरी टीम ने दरभंगा जिले के बहेरा थाना इलाके में रेड डाली। इस रेड के दौरान एक संदिग्ध युवक को हिरासत में ले लिया गया।
पटना में एनआईए ने एटीएस और पटना पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी की। ये छापेमारी फुलवारी शरीफ इमारते शरिया के सामने एक बुक स्टॉल पर की गई। जिसके यहां छापेमारी की गई, उसका नाम मोहम्मद रियाजउद्दीन कासमी है। रियाजुद्दीन वहां एक किताब की दुकान का मालिक है। स्थानीय लोग इस बात से नाराज थे कि रियाजुद्दीन सिर्फ किताब बेचने का काम करता है। हालांकि एनआईए और एटीएस की टीम पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ा और वह अपनी जांच कर रही है। जांच में रियाजुद्दीन ने भी एनआईए की टीम को कहा है कि अगर किसी तरह की आपत्तिजनक किताब मिलती है तो उसकी जांच ले जाकर कर सकते हैं।
वहीं NIA की एक टीम ने दरभंगा जिला के बहेरा थाना क्षेत्र के छोटकी बाजार में छापा मारा। यहां से एक संदिग्ध युवक को एनआईए की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार युवक पटना में रह कर पढ़ाई करता था। उस युवक को दरभंगा पुलिस की मदद से NIA की टीम ने गिरफ्तार कर लिया और अपने साथ ले गई। युवक स्थानीय निवासी मोहम्मद मुस्लिम का पोता है। युवक पटना के एक मदरसे में रहकर पढ़ाई करता था। मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार युवक अरबी भाषा में ट्रांसलेट करने का काम किया करता था। उसकी ISI से सम्बंधित किसी युवक से मोबाइल पर बातचीत होने की बात सामने आई है। दरभंगा के SSP अवकाश कुमार ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
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