पाकिस्तान में एक और भीषण आत्मघाती हमला

पाकिस्तान में एक और भीषण आत्मघाती हमला

मार्च 6, 2023 - 14:33
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पाकिस्तान में एक और भीषण आत्मघाती हमला

पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान प्रांत में एक बार फिर से पुलिसकर्मियों पर हमले की खबर मिल रही है। सोमवार को यह हमला सिबी और कच्छी सीमा के समीप बोलान इलाके में हुआ है। इस हमले में अब तक कुल 9 लोगों की मौत हो गई है। ये सभी पुलिसकर्मी बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच से खुलासा हुआ है कि यह एक आत्‍मघाती हमला था। इसके अलावा 13 अन्य लोगों के घायल होने की खबर है।

मोटरसाइकिल ने बस में मारी टक्कर

पाकिस्तान पुलिस के एक प्रवक्ता महमूद खान नोटिजाई के मुताबिक यह हमला बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा से लगभग 160 किमी पूर्व में सिब्बी शहर में हुआ। बलूचिस्तान कांस्टेबुलरी (बीसी) के जवान सिबी मेले में ड्यूटी करके लौट रहे थे, तभी एक आत्मघाती हमलावर ने मोटरसाइकिल से उनकी ट्रक में टक्कर मार दी, जिसके बाद ब्लास्ट में इन लोगों की मौत हुई।

पुलिस ने शुरू की जांच

रिपोर्ट के मुताबिक घायलों को स्‍थानीय अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। क्‍वेटा और सिबी के अस्‍पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि कई घायलों की हालत गंभीर है और मरने वालों की संख्‍या बढ़ सकती है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। घटनास्‍थल पर बम निरोधक दस्‍ता और सुरक्षा बल पहुंच गए हैं। बीते 30 जनवरी को पाकिस्‍तान के मस्जिद में हुए आत्मघाती बम धमाके में भी 100 से भी अधिक पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। हमलावर पुलिस की वर्दी में मस्जिद घुसा था।

पुलिस पर हमले बढ़े

आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान लगातार पुलिस को अपना निशाना बना रहा है। इसकी सक्रियता कितनी बढ़ गई है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि फरवरी महीने के 28 दिनों में ही इस संगठन ने पाकिस्तान में 29 आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया है। इन घटनाओं में कुल 57 लोग मारे गए जबकि 157 लोगों के घायल होने की खबर है। यह जानकारी खुद तहरीक-ए-तालिबान ने पोस्टर जारी कर दी थी। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा है कि जब तक वह पूर्ण शरिया कानून लागू नहीं करता, तब तक ऐसे हमले होते रहेंगे।

छोटे संगठनों से मिलकर बना टीपीपी

आपको बता दें कि तहरीक-ए-तालिबान को 13 छोटे-छोटे आतंकी संगठनों से मिलाकर बनाया गया था। अलकायदा से नजदीकी रिश्तों की वजह से इसे पाकिस्तान तालिबान के नाम से भी जाना जाता है। पाकिस्तान सेना से मुकाबला करने के लिए साल 2007 में इसकी स्थापना की गई थी। इस संगठन की खड़ा करने का श्रेय आतंकी संगठन बैतुल्ला मसूद को जाता है। एक अनुमान के मुताबिक इस संगठन के 30 हजार से अधिक लड़ाके हैं। इस संगठन का मकसद पाकिस्तान में शरिया पर आधारित एक कट्टरपंथी इस्लामी शासन कायम करना है।

2010 में आतंकी संगठन घोषित

पहली बार मई 2010 को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वॉयर पर हुए हमले में टीटीपी का नाम सामने आया था। इसके बाद इसकी आतंकी गतिविधियों के लिए साल 2010 में विदेशी आतंकी संगठन घोषित कर दिया गया। इसके बाद यह तब चर्चा में आया जब इस संगठन से जुड़े आतंकियों ने पाकिस्तान के पेशावर में 16 दिसबंर 2014 को आर्मी स्कूल पर हमला कर 200 बच्चों की हत्या कर दी। अफगानिस्तान में दोबारा तालिबानी शासन आने के बाद से आतंकी हमलों में बेहद इजाफा हुआ है।

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