बिहार में तेजी से बदलता लिंग अनुपात
रुनकी झुनकी बेटी मांगने वाले गीत के नाम पर भले बिहार के लोग अपनी पीठ थपथपा लें, मगर जमीनी सच्चाई यही है कि अब यहां भी लोगों को बेटा पाने की हवस ने घेर लिया है। बिहार के कई जिलों में अल्ट्रासाउंड सेंटरों में धड़ल्ले से लिंग परीक्षण हो रहे हैं और अगर गर्भ में लड़की होने का पता चल गया तो भ्रूणहत्या भी हो रही है। दोनों का पैकेज 5 से 7 हजार का है। अल्ट्रासाउंड सेंटरों की कोई निगरानी नहीं है, PC-PNDT एक्ट फाइल में धड़े हैं।
तभी मुजफ्फरपुर में नवजात शिशुओं का लिंगानुपात 685 पर पहुंच गया है, जो संभवतः देश में सबसे कम है। दूसरे 18 जिलों का क्या हाल है, यह इस ग्राफिक्स में देखिए। आंकड़े NFHS 5 की रिपोर्ट पर आधारित है।
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