AIIMS Delhi में फिर साइबर अटैक?
एम्स दिल्ली के ई-हॉस्पिटल अप्लीकेशन पर साइबर अटैक के बाद ऑनलाइन सर्विस बंद हो गई साथ ही ओपीडी संचालन भी मैनुअल ही करना पड़ा।
एम्स दिल्ली के ई-हॉस्पिटल सॉफ्टवेयर पर एक बार फिर साइबर अटैक की सूचना के बाद साइबर हाईअलर्ट जारी किया गया है। छह महीने में दूसरी बार ई-हॉस्पिटल में आई एक्सेस प्रॉब्लम को लेकर साइबर सिक्योरिटी सेल को भी घंटों परेशान होना पड़ा। हालांकि, केंद्रीय आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इसे अफवाह करार दिया है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एम्स दिल्ली का ई-हॉस्पिटल एक इंटरनल अप्लीकेशन है। बाहरी लॉगिन की कोशिश से केवल सिक्योरिटी अलर्ट गया होगा जिसे किसी ने स्क्रीनशॉट लेकर अफवाह फैला दी।
एम्स दिल्ली का ई-हॉस्पिटल एक अप्लीकेशन है जिससे यहां आने वाले मरीजों के एक-एक डिटेल होते हैं। उनकी मेडिकल रिपोर्ट्स व संबंधित जानकारियों के अलावा सभी ऑनलाइन सेवाएं इसी माध्यम से दी जाती हैं। अप्वाइंटमेंट से लेकर मरीज के टेस्ट तक के लिए सारे काम ऑनलाइन ई-हॉस्पिटल अप्लीकेशन से ही होता है। लेकिन छह महीना पहले एक मॉलवेयर अटैक की वजह से यह सर्विस ठप हो गई थी।
एम्स दिल्ली के ई-हॉस्पिटल अप्लीकेशन पर साइबर अटैक के बाद ऑनलाइन सर्विस बंद हो गई साथ ही ओपीडी संचालन भी मैनुअल ही करना पड़ा। सोमवार 6 जून को एक बार और सूचना मिली कि ई-हॉस्पिटल अप्लीकेशन पर साइबर अटैक हुआ है। बताया गया कि सॉफ्टवेयर दोपहर से ही काम नहीं कर रहा है और जब इसे एक्सेस किया जाता है तो 'वायरस मिला' प्रदर्शित होता है।
केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एम्स दिल्ली के ई-हॉस्पिटल पर साइबर अटैक के बारे में सही जानकारी दी। उन्होंने बताया कि http://E-Hospital.aiims.edu एक आंतरिक एप्लिकेशन है जो इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध नहीं है। हो सकता है कि किसी ने इस पोर्टल तक पहुंचने की कोशिश की हो। चूंकि, एम्स द्वारा उपयोग की जाने वाले अप्लीकेशन ई-हॉस्पिटल की सिक्योरिटी लेयर कई लेवल पर है इसलिए किसी अनाधिकृत के एक्सेस करने की कोशिश से अलर्ट जारी हो गया होगा। इसी दौरान किसी ने उस मैसेज का स्क्रीनशॉट लेकर उसे प्रसारित कर दिया हो। राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि कोई साइबर अटैक या सिक्योरिटी उल्लंघन नहीं हुआ है। एरर मैसेज को भी सही कर दिया गया है।
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