100 करोड़ का सोना, हनीट्रैप और 3 महीने की प्लानिंग… बांग्लादेशी सांसद के मर्डर की Inside Story
इस खतरनाक कहानी में कई खुलासे हो रहे हैं. मारे गए बांग्लादेशी सांसद अनवारुल अजीम और मुख्य संदिग्ध अख्तरुज्जमां दोनों मिलकर सोने की तस्करी का रैकेट चलाते थे. लेकिन आगे चलकर पैसों को लेकर उनमें मतभेद हो गया. अजीम ने 100 करोड़ रुपये से अधिक की रकम अपने पास रख ली. फिर क्या हुआ... आगे पढ़िए.
बांग्लादेश में अवामी लीग के सांसद की हत्या के मामले में एक महिला की गिरफ्तारी की गई. सिलिस्ती रहमान नाम की महिला को ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सूत्रों के मुताबिक, सिलिस्ती रहमान बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम की हत्या के मुख्य सरगना अख्तरुज्जमां शाहीन की प्रेमिका है. जांच अधिकारियों को संदेह है कि उसका इस्तेमाल ‘हनीट्रैप’ के तौर पर किया गया था और इसने बांग्लादेशी सांसद की हत्या में अहम भूमिका निभाई होगी.
सिलिस्ती रहमान हत्या को अंजाम देने के बाद 15 मई को मुख्य हत्यारे अमानुल्लाह के साथ घर लौटी थी. हत्या के मुख्य योजनाकार अख्तरुज्जमां शाहीन ने इस महिला को जाल में फंसाकर सांसद को कोलकाता ले जाने का काम किया, क्योंकि शाहीन तो सारी योजना बनाकर 10 मई को घर लौट आया, लेकिन सिलिस्ती कोलकाता में ही रही. जांच में पता चला कि हत्या का मुख्य प्लानर सांसद का बचपन का दोस्त और बिजनेस पार्टनर अख्तरुज्जमां शाहीन है. वह झेनैदाह का रहने वाला है और अमेरिकी नागरिक है. शाहीन का भाई झेनैदाह के कोटचांदपुर नगरपालिका का मेयर है.
कैसे और क्यों की गई सांसद की हत्या?
जांच में आगे पता चला कि मुख्य हत्यारे अमानुल्लाह और उसके सहयोगियों ने न्यूटाउन के उस लग्जरी फ्लैट में जाने के बाद सांसद पर शाहीन के बकाया पैसे देने के लिए दबाव बनाते हैं. इसी बीच अमानुल्लाह ने सांसद की गर्दन पर तमाचा जड़ दिया और इस पर झगड़ा हो गया. बाद में तकिए से मुंह दबाकर सांसद की हत्या कर दी गई. इसके बाद मुख्य साजिशकर्ता शाहीन को बताया गया, मिशन पूरा हो गया. शाहीन ने शव को छुपाने का आदेश दिया. निर्देश मिलने पर अमानुल्लाह ने उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिये. बाहर से सफेद पॉलिथीन, ब्लीचिंग पाउडर और दो बड़े साइज के ट्रॉली बैग खरीदे गए. शव के टुकड़े-टुकड़े करने के बाद उसे दो अलग-अलग ट्रॉलियों में लादा जाता है. शव के हिस्सों को बैग में डालने के बाद बाहर से लाए गए ब्लीचिंग पाउडर से फ्लैट के फर्श को साफ किया गया.
यह ट्रॉली हत्यारे ग्रुप के सदस्य सियाम को दी गई है. सियाम एक कार में बैठा और कुछ दूर जाकर उतर गया. इसके बाद वह यह बैग कहां ले गया, यह अमानुल्लाह नहीं बता सका. फ्लैट में एक और बैग छोड़कर अमानुल्लाह और शाहीन की प्रेमिका सिलिस्ती 15 मई को विमान से ढाका लौट आए. दूसरे ट्रॉली बैग को मुस्तफिज, फैसल और अन्य ने वहां से हटा दिया.
दोनों सोने की तस्करी का रैकेट चलाते थे
मारे गए सांसद अनवारुल अजीम अनार और मुख्य संदिग्ध अख्तरुज्जमां सोने की तस्करी का रैकेट चलाते थे, लेकिन पैसों को लेकर उनमें मतभेद हो गया और अजीम ने 100 करोड़ रुपये से अधिक की रकम अपने पास रख ली. अपने गृहनगर झेनैदाह में शाहीन मिया के नाम से मशहूर अख्तरुज्जमां दुबई से बांग्लादेश में सोने की तस्करी करता था, जबकि झेनैदाह-4 से सत्तारूढ़ अवामी लीग के सांसद अजीम यह सुनिश्चित करते थे कि खेप भारत में सही लोगों के हाथों में पहुंचे. पिछले साल अजीम ने अख्तरुज्जमां से कहा था कि वह ज्यादा हिस्सा चाहता है, जिसके बाद ने अख्तरुज्जमां ने अजीम के प्रस्ताव को ठुकरा दिया और इससे दोनों के बीच दरार पैदा हो गई. जब अजीम को 100 करोड़ रुपये से अधिक पैसे मिले और उसने उसे अपने ही पास रख लिया तो दोनों के बीच दुश्मनी पैदा हो गई.
इसके बाद अख्तरुज्जमां ने अजीम से पैसे मांगने शुरू कर दिए. दोनों ने मामले को निपटाने के लिए पिछले छह महीनों में कई बार मुलाकात की, और अजीम ने लगातार अख्तरुज्जमां को पैसे देने से इनकार कर दिया। इसके बाद अख्तरुज्जमां ने उसकी हत्या करने का फैसला किया. अज़ीम 12 मई को कोलकाता गया और एक दोस्त के घर रात को रुका. अगले दिन वह यह कहकर चला गया कि वह डॉक्टर के पास जा रहा है. वह वापस नहीं लौटा और दोस्त को उसके मोबाइल फोन से कुछ संदेश मिले, जिसमें कहा गया था कि उसे फोन करने की कोई ज़रूरत नहीं है.
सांसद की हत्या की प्लानिंग तीन महीने पहले बनी
ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त (डीबी) हारुन ओर रशीद ने बताया, “दो-तीन महीने पहले हत्या की योजना बनाई थी. गुलशन और बशुंधरा में अख्तरुज्जमां के फ्लैटों पर कई बैठकें की थीं. डीएमपी की सतर्कता के कारण संदिग्ध यहां हत्या नहीं कर सके. चूंकि उन्हें पता था कि सांसद अक्सर कोलकाता आते हैं, इसलिए उन्होंने एक नई योजना बनाई और 25 अप्रैल को वहां एक फ्लैट किराए पर लिया. 30 अप्रैल को अख्तरुज्जमां, उसकी प्रेमिका और हत्यारा अमानुल्लाह कोलकाता पहुंचे और न्यूटाउन इलाके में स्थित फ्लैट पर गए.
13 मई को जब अजीम अपने दोस्त के घर से निकला तो एक संदिग्ध ने उसे एक सफेद कार में बिठाया और फ्लैट पर ले गया. सांसद दोपहर 2:51 बजे के आसपास फ्लैट में दाखिल हुए और संदिग्धों ने अगले आधे घंटे के भीतर अपनी योजना को अंजाम दिया. उन्होंने अजीम के फोन को चालू रखा और कानून को बेवकूफ बनाने के लिए अलग-अलग लोगों को संदेश भेजे.”
जिहाद नाम का पेशेवर कसाई पहले ही गिरफ्तार
15 मई को अमानुल्लाह और अख्तरुज्जमां की प्रेमिका बांग्लादेश लौट आईं, जबकि दो अन्य संदिग्ध 16 और 17 मई को बांग्लादेश लौट आए. सीआईडी शुरुआती तौर पर अनुमान लगा रही है कि इस रहस्यमयी महिला को पता है कि सांसद की हत्या के बाद शव के टुकड़े कहां फेंके गए हैं. कोलकाता के न्यूटाउन फ्लैट में बांग्लादेश के सांसद की हत्या की जांच में पुलिस पहले ही जिहाद हाउलदार नाम के एक पेशेवर कसाई को गिरफ्तार कर चुकी है. यह शख्स बांग्लादेश से अवैध तरीके से दाखिल हुआ था और उसने मुंबई में शरण ली थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मुख्य आरोपी अख्तरुज्जमां दो महीने पहले शख्स को मुंबई से कोलकाता लाया था. गिरफ्तार जिहादी हवलदार ने पुलिस पूछताछ में यह बात स्वीकार की है.
उन्होंने बांग्लादेश से कोलकाता आने के बाद फर्जी दस्तावेजों से कई सिम खरीदे. जांचकर्ताओं को पता चला है कि सांसद को मारने के लिए ढाई करोड़ रुपये की अग्रिम राशि दी थी. आरोपी जिहाद जांच टीम को गुमराह कर रहा है. गुरुवार को पूरे दिन कई स्थानों पर कहां शव फेंका गया, इसको लेकर उससे पूछताछ की गई, लेकिन अभी तक शरीर का कोई अंग कहीं नहीं मिला है.
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