कविता
मेरे पास तुम्हें देने के लिए
बसन्त है।
तुम्हारे शहर की गलियां पर
बेहद तंग हैं।।
आपकी प्रतिक्रिया क्या है?
मेरे पास तुम्हें देने के लिए
बसन्त है।
तुम्हारे शहर की गलियां पर
बेहद तंग हैं।।