'रावण की तरह मोदी भी सिर्फ दो लोगों की सुनते हैं' राहुल गाँधी
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में हिस्सा लेते हुए राहुल ने कहा कि रावण भी सिर्फ दो लोगों की सुनता था कुंभकर्ण और मेघनाद की, मोदी भी सिर्फ दो लोगों की सुनते हैं अमित शाह और अडानी की।
सांसदी बहाल होने के बाद पहली बार लोकसभा में बोलते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर तीखा हमला बोला। सराकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में हिस्सा लेते हुए राहुल ने कहा कि रावण भी दो लोगों की सुनता था कुंभकर्ण और मेघनाद की, मोदी भी दो लोगों की सुनते हैं अमित शाह और अडानी की। उन्होंने कहा कि लंका को हनुमान ने नहीं जलाया बल्कि रावण के अहंकार ने जलाया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मणिपुर में देश की हत्या की है और आप लोग देशद्रोही हो।
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल ने अपने भाषण की शुरुआत सूफी संत जलालुद्दीन रूमी के संदेश से की। उन्होंने गौतम अडानी को लेकर सरकार पर तंज कसा और कहा, 'अध्यक्ष महोदय, मुझे लोकसभा में बहाल करने के लिए आपका धन्यवाद। जब मैंने आखिरी बार यहां बात की थी तो शायद मैंने आपको ठेस पहुंचाई थी। मैं आपसे माफी मांगना चाहता हूं। मैंने पिछली बार अडानी के मुद्दे पर जोर से बोला था। उससे आपके सीनियर नेता को कष्ट हुआ। आपको भी तकलीफ हुई। आज मैं अडानी पर नहीं बोलने जा रहा, आप आराम कर सकते हैं और शांत रह सकते हैं।' राहुल ने कहा कि रूमी कहते हैं कि जो शब्द दिल से आते हैं, वो शब्द दिल में जाते हैं। इसलिए मैं दिमाग से नहीं, दिल से बोलना चाह रहा हूँ और मैं आज आप लोगों पर उतना आक्रमण नहीं करने जा रहा हूं। एक-दो गोले जरूर मारूंगा, पर उतना नहीं मारूंगा।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए राहुल ने कहा कि इन लोगों ने मेरी भारत मां की हत्या की है। आप पूरे देश में केरोसीन भेज रहे हो, मणिपुर में केरोसीन भेजी, चिंगारी से आग लगा दी और अब हरियाणा में कर रहे हो... पूरे देश में आग लगाना चाहते हो। राहुल की इस बात पर बीजेपी सांसदों ने उनसे माफी मांगने को कहा। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल को टोका। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सदन में जो बातें कही हैं, बहुत ही गंभीर बात की है। मैं उनसे एक सवाल पूछना चाहता हूं कि 7 दशक से ज्यादा शासन कांग्रेस पार्टी का रहा है और राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए।
भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा, 'यात्रा के दौरान बहुत से लोगों ने मेरे से पूछा कि आप कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा क्यों कर रहे हो, शुरू में मुझे भी जवाब मालूम नहीं था। लेकिन, थोड़े दिनों में मुझे बात समझ में आने लगी। सालों से मैं 8-10 किलोमीटर दौड़ता हूं तो मुझे लगा कि दिन में 25 किलोमीटर चलना मेरे लिए कोई मुश्किल नहीं है। ये मेरे अंदर अहंकार था, लेकिन भारत अहंकार को तुरंत मिटा देता है। पहले दो-तीन दिनों में ही घुटने के दर्द से मेरा अहंकार खत्म हो गया। जो हिन्दुस्तान को अहंकार से देखने निकला था, उसे रोज लगने लगा कि मैं कल चल पाऊंगा कि नहीं। जब भी ये दर्द बढ़ता था कोई न कोई शक्ति मेरी मदद करती थी।'
तीखे तेवरों के साथ राहुल ने कहा, 'आप देशद्रोही हैं, आप देशप्रेमी नहीं हैं....इसलिए आपके प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं जा रहे। इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान को मार दिया है। आप भारत माता के रखवाले नहीं हो, आप भारत माता के हत्यारे हो।' इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत माता के बारे में कोई भी ऐसा शब्द नहीं बोला जाना चाहिए जो उचित नहीं हो।' इसके जवाब में राहुल ने कहा, 'भारत माता मेरी भी माता हैं। मेरी एक माता (सोनिया गांधी) यहां बैठी हुई हैं और दूसरी भारत माता हैं।' कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि आज की सच्चाई है कि मणिपुर को आपने बांट दिया है, तोड़ दिया है।'
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