शाइस्ता परवीन के घर डुगडुगी बजी, गुड्डु मुस्लिम के घर चस्पा लगा
अतीक अहमद मारा जा चुका है, लेकिन बावजूद इसे अतीक का गैंग आईएस 227 अपना काम कर रहा है। इस गैंग को चला रहे हैं अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और अतीक का सबसे करीबी गुड्डू मुस्लिम, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिया है दोनों को 30 दिन का वक्त।

एक हाथ में डुगडुगी, दूसरे में नोटिस... उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम जब शाइस्ता के घर पर पहुंची तो हलचल देखकर आसपास के लोगों को लगा कि कहीं शाइस्ता लौट तो नहीं आई। करीब 4 महीना गुजर चुका है अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता को फरार हुए। बेटे का एनकाउंटर हो गया, पति का जनाजा निकल गया, लेकिन बेगम का कोई पता ही नहीं। शाइस्ता की कई जगह पर तलाश की जा चुकी है। कई बार रेड हो चुकी है, लेकिन पुलिस भी ये नहीं समझ पा रही कि शाइस्ता कहां अंडरग्राउंड हो चुकी है।
आखिरकार उत्तर पुलिस का धैर्य ने भी जवाब दे ही दिया। 30 दिन के अंदर सरेंडर करो नहीं तो सबकुछ कुर्क हो जाएगा, ये नोटिस लगा दिया गया है शाइस्ता के घर के बाहर। सिर्फ शाइस्ता ही नहीं अतीक अहमद एक बेहद करीबी गुड्डू मुस्लिम उर्फ गुड्डू बमबाज के घर भी मुनादी कर ऐसा ही एक नोटिस चस्पा किया गया है। यूपी पुलिस ने दोनों को 30 दिन का वक्त दिया है सरेंडर करने के लिए।
अतीक अहमद के जेल जाने के बाद से ही शाइस्ता परवीन ने अपने पति के गैंग को खुद चलाना शुरू कर दिया था। शाइस्ता ही लंबे समय से गैगं के सारे निर्णय ले रही थी और इस काम में शाइस्ता की मदद कर रहा था गुड्डू मुस्लिम। गुड्डू मुस्लिम अतीक का सबसे भरोसेमंद गुर्गा था। वो बम बनाने में एक्सपर्ट है और इसलिए उसे गुड्डू बमबाज के नाम से भी जाना जाता है। जब अतीक की मौत हुई तो शाइस्ता के साथ-साथ गुड्डू बमबाज भी फरार हो गया था।
गुड्डू बमबाज और शाइस्ता एक साथ है। दोनों अंडरग्राउंड होकर ही अतीक अहमद के गैंग आईएस 227 को चला रहे हैं। अपने कुछ खास लोगों से दोनों जुड़े हुए हैं। पुलिस ने शाइस्ता के ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित किया, वही गुड्डू बमबाज पर 5 लाख का इनाम घोषित किया गया, लेकिन बावजूद इसके शाइस्ता और गुड्डू के बारे में किसी से कोई जानकारी नहीं मिल पाई।
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