यूपी एटीएस ने शाहरूख को किया गिरफ्तार, पाकिस्तानी हैंडलरों से था संपर्क
यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार किया गया अहमद रजा हिजबुल मुजाहिदीन के साथ ही अन्य पाकिस्तानी हैंडलरों से संपर्क में था. उसने पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान जाकर आतंकी कमांडो ट्रेनिंग ली थी.
उत्तर प्रदेश की एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) को बड़ी सफलता हाथ लगी है, यूपी एटीएस ने मुरादाबाद के रहने वाले संदिग्ध आतंकी अहमद रजा उर्फ शाहरुख को गिरफ्तार किया है. अहमद रजा हिजबुल मुजाहिदीन के साथ ही अन्य पाकिस्तानी हैंडलरों से संपर्क में था और उसने पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान जाकर आतंकी कमांडो ट्रेनिंग ली थी. इसके बाद वह भारत में बड़ी वारदात की फिराक में था. इससे पहले भी एटीएस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के लिए जासूसी करने के मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
इस मामले को लेकर यूपी एटीएस ने प्रेस रिलीज कर बताया कि यूपी एटीएस को सहयोगी एजेंसी से जानकारी मिली थी कि एक व्यक्ति अहमद रजा उर्फ शाहरुख उर्फ मोहीउद्दीन, जो ग्राम - मिलक गुलड़िया, पोस्ट-कांकर खेड़ा, थाना-मूढ़ा पांडे, जिला-मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश का निवासी है. वह सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन व पाकिस्तान के आतंकी हैंडलर्स के लगातार संपर्क में है. वह पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान जाकर आतंकी कमांडो ट्रेनिंग लेकर भारत में आतंकी घटना कारित करने का मंसूबा बना रहा है.
एटीएस फील्ड इकाई सहारनपुर द्वारा उपरोक्त जानकारी को तकनीकी व भौतिक रूप से विकसित कर संदिग्ध व्यक्ति अहमद रजा से 3 अगस्त को विस्तृत पूछताछ की गई. इसके साथ ही उसके मोबाइल की भी जांच की गई, जिसमें मोबाइल की गैलरी में हथियारों की फोटोज, चैट के स्क्रीन शॉट व जिहादी वीडियो मिले. जिनके संबध में अहमद रजा कोई संतोष जनक उत्तर नहीं दे पाया और अपना अपराध स्वीकार कर लिया. फिर इस संबंध में अहमद रजा को गिरफ्तार कर लिया गया.
यूपी एटीएस को प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि अहमद रजा, पाकिस्तान व अफगानिस्तान में लड़ रहे विभिन्न जिहादी संगठन के मुजाहिदीनों से प्रभावित है. अहमद उनकी जिहादी सोच और कार्यवाहियों पर बहुत विश्वास करता है. अहमद ने हिन्दुस्तान में काफिरों व काफिर सरकार के खिलाफ जिहाद करके जम्हूरियत की सरकार को हटाकर शरिया कानून लाने को अपनी जिंदगी का मकसद बना लिया था.
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