अब कंडोम की नहीं पड़ेगी जरूरत, महिलाओं की तरह पुरुष खा सकेंगे गर्भनिरोधक गोलियां
नेचर कम्युनिकेशंस पत्रिका में प्रकाशित स्टडी में बताया गया है कि शोधकर्ता इन गोलियों को चूहों पर सफल परीक्षण कर चुके हैं और अब वो मनुष्यों में इसके ट्रायल को लेकर काम कर रहे हैं।
शोधकर्ता एक ऐसी गोली ईजाद करने की दिशा में बेहद नजदीक पहुंच चुके हैं जिससे लोगों को प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए कंडोम लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जी हां अब पुरुष भी महिलाओं की तरह गर्भनिरोधक गोली का सेवन कर पाएंगे। शोधकर्ताओं ने एक ऐसी गर्भनिरोधक दवा विकसित कर ली है जो अस्थायी रूप से शुक्राणुओं को अपने रास्ते में आने से रोककर चूहों में गर्भधारण को रोकती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक यह कंडोम की जगह ले सकता है जिसकी विफलता दर 18 फीसदी है जो कि बहुत अधिक है।
कोई साइडइफेक्ट नहीं
अमेरिका की वील कॉर्नेल मेडिसिन के शोधकर्ताओं का कहना है कि पूर्व में पुरुषों के लिए बनाई जा रही गर्भनिरोध की गोलियों पर शोध इसलिए रोक दिया गया था क्योंकि उनके कई साइड इफेक्ट्स सामने आए थे। लेकिन अब एक ऐसी दवा तैयार की जा रही है जिसका कोई साइडइफेक्ट नहीं है। शोधकर्ताओं के मुताबिक यह गोली 30 मिनट से एक घंटे के भीतर काम करती है। जबकि दूसरे गर्भनिरोधकों में शुक्राणुओं की संख्या को कम करने या उन्हें अंडे को निषेचित करने में असमर्थ होने के लिए हफ्ता भर लग जाता है।
2025 से शुरू होगा क्लीनिकल ट्रायल यह गोली सेक्स करने से आधा से एक घंटे पहले ली जा सकती है। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो 2025 तक इसका क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो जाएगा। इस दवा को आसानी से उपलब्ध होने वाली गर्भनिरोधक गोली के रूप में विकसित किया जा रहा है जिसे पुरुष जब जाहें ले सकते है। वे चाहे इसे जितनी बार लें उन्हें किसी साइडइफेक्ट का खतरा नहीं होगा। हालांकि गौर करने वाली बात ये है कि ये दवा गर्भधारण को रोक पाएगी। यह यौन संचारित रोगों से सुरक्षा प्रदान नहीं करती है। उसके लिए एक कंडोम की जरूरत होगी।
न्यू साइंटिस्ट ने न्यूयॉर्क की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जोचेन बक के हवाले से कहा, "यह पुरुष गर्भनिरोधक के क्षेत्र में पूरी तरह से क्रांतिकारी है।" उन्होंने कहा कि यह गोली महिलाओं के लिए उपलब्ध गर्भनिरोधक गोलियों के विपरीत गैर-हार्मोनल है। यह टेस्टोस्टेरोन को प्रभावित नहीं करेगा या पुरुषों में कोई दुष्प्रभाव पैदा नहीं करेगा। सबसे अहम बात ये है कि इस दवा के लेने के बाद यौन क्षमता भी बिल्कुल प्रभावित नहीं होती है। ब्लूमबर्ग के एक लेख में इसे एक 'वियाग्रा' बताया गया है जो बच्चे पैदा होने से रोकता है।
100 प्रतिशत प्रभावी है
रिपोर्ट के मुताबिक यह गोली चूहों में लगभग दो घंटे तक गर्भावस्था को रोकने में 100 प्रतिशत प्रभावी है। धीरे-धीरे दवा का असर कम होता जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक चूहों की पूर्ण प्रजनन क्षमता 24 घंटे के बाद वापस आ गई। हालांकि पुरुषों में परीक्षण करने से पहले इसे कई अन्य परीक्षणों से गुजरना होगा। इन्हें सबसे पहले इंसानों से पहले खरगोशों पर प्रयोग किया जाएगा। यदि शोध सफल होता है, तो पुरुष सेक्स से एक घंटे पहले गोली ले सकते हैं और यह शुक्राणु को 24 घंटे तक सुन्न रखेगी।
कैसे काम करेगी गोली
शोधकर्ताओं की मानें तो यह नई गर्भनिरोधक गोली शुक्राणुओं को वीर्य में तैरने में सक्षम होने से रोकती है। चूहों में किए गए प्रयोग में पाया गया कि दवा के यौगिक शुक्राणु कोशिकाओं को उनके ट्रैक में रोक देते हैं, जिससे उन्हें अंडे तक पहुंचने से रोका जा सकता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि पुरुषों के शुक्राणु घुलनशील एडेनिलिल साइक्लेज (एसएसी) नामक एक एंजाइम की वजह से तैर पाते हैं। वैज्ञानिक इसी एंजाइम को एक निश्चित अवधि के लिए निष्क्रिय करने पर काम कर रहे हैं।
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