कविता

मार्च 20, 2023 - 02:00
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कविता

आत्मा --

केदारनाथ_सिंह

मेरी आत्मा एक घर है

जहाँ अपने लम्बे उदास खर्राटों के साथ

यह दुनिया सोती है

और मैं सोता हूँ

उसके बाहर मैदान में..

 विनम्र_श्रद्धांजलि पुण्यतिथि19 मार्च

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