शेर

फ़रवरी 24, 2023 - 04:01
 0  20
शेर

तुझसे लाज़िम थी मोहब्बत नादानी कब थी

हमको मालूम था तुमने निभानी कब थी

अब जो उदास तबीयत है रोना कैसा

पहले भी मेरी कोई शाम सुहानी कब थी

 परवीन शाकिर

आपकी प्रतिक्रिया क्या है?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow