'देश में हो या विदेश में, सरकार की आलोचना करना नागरिकों का अधिकार' - कपिल सिब्बल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने लंदन में ब्रिटिश सांसदों को यह भी बताया कि जब कोई विपक्षी सदस्य महत्वपूर्ण मुद्दा उठाता है तो लोकसभा में माइक्रोफोन अक्सर ‘बंद’ कर दिए जाते हैं
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने बुधवार को कहा कि चाहे देश में हो या विदेश में, सरकार की आलोचना करना नागरिकों का अधिकार है और इसका मतलब भारत-विरोधी या देशद्रोही होना नहीं है।
राहुल गांधी की हालिया ब्रिटेन यात्रा के दौरान भारत में लोकतंत्र को लेकर की गई टिप्पणी के बाद संसद के दोनों सदनों में बजट सत्र के दूसरे भाग के पहले तीन दिनों में कोई भी महत्वपूर्ण कार्य नहीं हो सका।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सिब्बल ने एक ट्वीट में कहा, ‘सदन के कामकाज में व्यवधान, क्यों? न सरकार, भारत का पर्याय है और न भारत, सरकार का पर्याय है। चाहे देश में हो या विदेश में, सरकार की आलोचना करना एक नागरिक का अधिकार है। सरकार की आलोचना करने का मतलब भारत-विरोधी और देशद्रोही होना नहीं है।’ सिब्बल ने कहा, ‘मोदी जी ने अतीत में अक्सर ऐसा किया है।’
House Logjam
Why?
Government is not synonymous with India
India is not synonymous with the Government
Criticising the Government whether at home or abroad is a citizen’s right. That does not amount to criticising India or being unpatriotic.
Modiji did it often in the past — Kapil Sibal (@KapilSibal) March 15, 2023
ब्रिटेन में अपने एक कार्यक्रम के दौरान,राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र की संरचना और देश के संस्थानों पर ‘बड़े पैमाने पर हमले’ हो रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने लंदन में ब्रिटिश सांसदों को यह भी बताया कि जब कोई विपक्षी सदस्य महत्वपूर्ण मुद्दा उठाता है तो लोकसभा में माइक्रोफोन अक्सर ‘बंद’ कर दिए जाते हैं, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी पर विदेशी धरती पर भारत को बदनाम करने और विदेशी हस्तक्षेप की मांग करने का आरोप लगाया।
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