नौकरी छूटने वाले एच1बी वीजा धारकों पर गहराता जा रहा संकट
एच1बी वीजा पर अमेरिका आए उन भारतीय टेक कर्मियों की चिंता बढ़ती जा रही है जिनकी नौकरी छूट गई है। नौकरी छूटने के बाद 60 दिनों के अंदर अमेरिका छोड़ने का प्रावधान है। टेक इंडस्ट्री से निकाले गए पेशेवरों में भारतीयों की भी बड़ी संख्या है।
एच1बी वीजा पर अमेरिका आए उन भारतीय टेक कर्मियों की चिंता बढ़ती जा रही है, जिनकी नौकरी छूट गई है। इस वीजा पर आए पेशेवरों को नौकरी छूटने के 60 दिन के अंदर अमेरिका छोड़ना पड़ता है। यही कारण है उनके साथ ही परिवारवालों की रातों की नींद उड़ गई है।
अमेरिका में पैदा हुए उनके बच्चों को भी वहां से जाना होगा। फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डाइसपोरा स्टडीज (FIIDS) ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा है कि सबसे अधिक चिंता उनके सामने है, जिनके पास बेहद कम समय बचा है।
उन्होंने कहा है कि यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज मौजूदा टाइम विंडो को 180 दिनों तक बढ़ाने के उनके अनुरोध पर विचार कर रही है। हालांकि, इसमें समय लगेगा। इसके कारण तब तक तय अवधि पूरा करने वाले इन पेशवरों के सामने लौटने के अलावा कोई उपाय नहीं बचेगा।
एफआईआईडीएस ने कहा कि अमेरिका में पिछले साल से अबतक करीब ढाई लाख ऐसे पेशवरों की नौकरी जा चुकी है। यह संख्या और भी बढ़ सकती, क्योंकि मेटा ने हाल ही में ऐसे संकेत दिए हैं। इनमें से बड़ी संख्या भारतीयों की है। अगर 60 दिनों के अंदर उन्हें कोई अन्य नियोक्ता नहीं मिलता है, जो उनकी एच1बी वीजा फाइल करता है, तो उन्हें अमेरिका छोड़ने को मजबूर होना पड़ेगा।
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