जयशंकर प्रसाद
कला में धीरता की बहुत ज़्यादा ज़रूरत रहती है। देर तक प्रतीक्षा करते रहने की और अपनी असफलताओं को सहने-समझने की भी।
~पहला प्रेम कहानी से / जयशंकर
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कला में धीरता की बहुत ज़्यादा ज़रूरत रहती है। देर तक प्रतीक्षा करते रहने की और अपनी असफलताओं को सहने-समझने की भी।
~पहला प्रेम कहानी से / जयशंकर