मनीष सिसोदिया की रिमांड 5 दिन बढ़ी
दिल्ली शराब नीति घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच ईडी कर रही है। कुछ दिनों पहले उसने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर अपनी कस्टडी में लिया था। शुक्रवार को ईडी की ओर से दोबारा 7 दिन कस्टडी बढ़ाने की मांग की गई। जिस पर कोर्ट ने 5 दिन की मंजूरी दी। कोर्ट के आदेश के बाद आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। साथ ही दावा किया कि ईडी और सीबीआई के पास कोई सबूत नहीं है।
राघव चड्ढा ने कहा कि बीजेपी का मकसद AAP को खत्म करना है। इसी कवायद से वो झूठे केस तैयार करवा रही है, ताकि उसके नेताओं को जेल में डाला जा सके। CBI-ED के पास मनोहर कहानियों के अलावा मनीष सिसोदिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं है और ना ही उनके यहां से कोई रिकवरी हुई। देश को समझना होगा- कोर्ट ने सिसोदिया को दोषी नहीं माना है, बल्कि CBI-ED पूछताछ के बहाने उन्हें जेल में रखे हुए हैं। इंदिरा गांधी को लगता था कि वो सत्ता से नहीं जाएंगी, आज सत्तानशीं को भी गलतफहमी है। कल किसी विपक्षी दल के हाथ में CBI-ED आ गई तो क्या होगा?
AAP नेता ने कहा कि कोर्ट सीबीआई की पूछताछ के बाद सिसोदिया को बेल देने वाली थी, लेकिन ईडी ने उनको गिरफ्तार कर लिया। उसने कोर्ट से 10 दिन मांगा, लेकिन उसे 7 दिन ही मिले। 7 दिन में सिर्फ 15 घंटे ही पूछताछ हुई। इस वक्त में केवल 3 लोगों से आमना-सामना करवाया गया। उनका लक्ष्य बस किसी तरह से मनीष सिसोदिया को जेल में रखना है। आज फिर उन्हीं 3 से आमना-सामना करवाने के लिए ईडी ने रिमांड मांगी। ये क्या मजाक बना रखा है।
चड्ढा ने कहा कि BJP की "मनोहर कहानियों" का ये हाल है कि ED ने 2014 से 2022 तक 8 साल में 3555 केस दर्ज किए। इनमें से कुल मिलाकर कोर्ट ने मात्र 23 लोगों को सजा सुनाई। उनका मकसद बस ये है कि फर्जी केस डालो और AAP नेता को जेल में डालो।
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