नज़्म
                                मोहब्बत के बग़ैर ये रास्ते
दुनिया कितनी छोटी नज़र आती है
~ सरवत हुसैन एक नज़्म में
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                                मोहब्बत के बग़ैर ये रास्ते
दुनिया कितनी छोटी नज़र आती है
~ सरवत हुसैन एक नज़्म में