सिंगापुर की तर्ज पर लखनऊ में बनेगी देश की पहली नाइट सफारी, 1500 करोड़ होंगे खर्च
सिंगापुर की तर्ज पर लखनऊ में बनेगी देश की पहली नाइट सफारी, 1500 करोड़ होंगे खर्च
लखनऊ में देश की पहली नाइट सफारी और नए चिड़ियाघर की स्थापना के लिए सीजेडए की मंजूरी मिल गई है। दोनों परियोजनाओं में करीब 1500 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यूपी सरकार की यह बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। राजधानी लखनऊ में देश की पहली नाइट सफारी और नए चिड़ियाघर के स्थापना की सभी बाधाएं दूर हो गई हैं। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) ने कुकरैल के जंगलों में दोनों की स्थापना के लिए 15 मई को अनुमति पत्र जारी कर दिया है। इसे प्रदेश सरकार की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
कुकरैल के जंगल 2027.46 हेक्टेअर में फैले हुए हैं। यहां 350 एकड़ में सिंगापुर की तर्ज पर देश की पहली नाइट सफारी तैयार होगी। 150 एकड़ में प्राणि उद्यान बनेगा। 1000 एकड़ जमीन ऐसी चिह्नित की गई है, जिससे वनक्षेत्र के मूल स्वरूप को कोई नुकसान नहीं होगा।
हालांकि कैबिनेट ने पिछले साल अगस्त में कुकरैल में नाइट सफारी बनाने और राजधानी के चिड़ियाघर को भी वहीं स्थानांतरित करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी थी। तभी से वन विभाग इनकी स्थापना के लिए सभी तरह की एनओसी हासिल करने व औपचारिकताएं पूरी करने में लगा हुआ था।
1500 करोड़ रुपये की लागत आएगी
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि दोनों परियोजनाओं पर करीब 1500 करोड़ रुपये की लागत आएगी। सीजेडए का अनुमति पत्र मिलने के बाद अब वन विभाग परियोजनाओं की विस्तृत रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए किसी अंतरराष्ट्रीय स्तर के सलाहकार की सेवाएं लेगा।
सलाहकार नियुक्त करने के लिए भी खुली निविदा से प्रस्ताव मांगे जाएंगे। ये कार्य इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड में किए जाएंगे। यानी, जो फर्म नाइट सफारी व चिड़ियाघर की स्थापना का ठेका लेगी, उसे तय मानकों पर सभी काम खुद करना होगा। इसके लिए ग्लोबल टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे, क्योंकि कोई विशेषज्ञ एजेंसी अभी देश में इस काम के लिए मौजूद नहीं है।
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