कविता
कवि- देवी प्रसाद मिश्र
एक भिक्षु है जो नहीं लौटा है
नहीं लौट सका है
यह तो होता ही कि
जो अनुभवों के बहुत बीच होते हैं
और घटनाओं के तटस्थ नहीं होते
वे अनुभवों को कहने
किसी सभा तक नहीं पहुँच पाते।
आपकी प्रतिक्रिया क्या है?
कवि- देवी प्रसाद मिश्र
एक भिक्षु है जो नहीं लौटा है
नहीं लौट सका है
यह तो होता ही कि
जो अनुभवों के बहुत बीच होते हैं
और घटनाओं के तटस्थ नहीं होते
वे अनुभवों को कहने
किसी सभा तक नहीं पहुँच पाते।