शेर
रेज़ा-रेज़ा बिखर गया इन्साँ
दिल की वीरानियाँ जताने को
~ अदा ज़ाफ़री
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रेज़ा-रेज़ा बिखर गया इन्साँ
दिल की वीरानियाँ जताने को
~ अदा ज़ाफ़री