मायावती के कहने के बाद भी नई संसद के कार्यक्रम में नहीं शामिल हुए सांसद दानिश अली
मायावती के कहने के बाद भी नई संसद के कार्यक्रम में नहीं शामिल हुए सांसद दानिश अली, इस बात का किया विरोध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राजधानी दिल्ली में नए संसद भवन का उद्घाटन किया। ज्यादातर विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया था, लेकिन उनको बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती का साथ नहीं मिला। मायावती ने मोदी सरकार का समर्थन करते हुए उद्घाटन समारोह के निमंत्रण का स्वागत किया, लेकिन उनके ही एक सांसद इस कार्यक्रम से नदारद रहे। दरअसल पिछले कुछ दिनों से बसपा सांसद कुंवर दानिश अली बगावत के मूड में नजर आ रहे हैं। नए संसद भवन उद्घाटन कार्यक्रम में पार्टी ने सभी सांसदों को शामिल होने को कहा था, लेकिन दानिश अली नहीं गए। इसके अलावा उन्होंने मोदी सरकार के एक फैसले पर भी सवाल उठाया। अली ने दिल्ली विश्वविद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रम से अल्लामा इकबाल से जुड़े अध्याय को हटाने के फैसले की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस अध्याय को हटाकर नई संसद के उद्घाटन के दौरान बैकग्राउंड में 'सारे जहां से अच्छा' बजाना 'नए भारत' के अंतर्विरोध को उजागर करता है।
मायावती के एक अन्य फैसले को भी चुनौती वहीं दूसरी ओर 2024 के लोकसभा चुनाव करीब आ रहे। पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों की वजह से मायावती काफी ज्यादा उत्साहित हैं। उन्होंने साफ कह दिया कि पार्टी आने वाले चुनाव को अकेले लड़ेगी। वैसे तो बीएसपी में मायावती के फैसले के खिलाफ कोई नहीं बोलता, लेकिन दानिश अली ने उस पर अपनी राय रखी, जो एकदम अलग है। उन्होंने कर्नाटक में 2018 के शपथ ग्रहण समारोह की तस्वीर साझा की। जिसमें सभी विपक्षी दल एक थे और जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उसमें मायावती सोनिया और अन्य नेताओं के साथ खड़ी दिखीं। इस फोटो के साथ अली ने लिखा कि 2018 में इसी दिन बेंगलुरु में कर्नाटक के विधान सौधा में जेडीएस-कांग्रेस सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के मौके पर विपक्षी दलों के दिग्गजों की मेजबानी करना मेरे लिए एक यादगार पल था।
मायावती के एक अन्य फैसले को भी चुनौती वहीं दूसरी ओर 2024 के लोकसभा चुनाव करीब आ रहे। पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों की वजह से मायावती काफी ज्यादा उत्साहित हैं। उन्होंने साफ कह दिया कि पार्टी आने वाले चुनाव को अकेले लड़ेगी। वैसे तो बीएसपी में मायावती के फैसले के खिलाफ कोई नहीं बोलता, लेकिन दानिश अली ने उस पर अपनी राय रखी, जो एकदम अलग है।
उन्होंने कर्नाटक में 2018 के शपथ ग्रहण समारोह की तस्वीर साझा की। जिसमें सभी विपक्षी दल एक थे और जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उसमें मायावती सोनिया और अन्य नेताओं के साथ खड़ी दिखीं। इस फोटो के साथ अली ने लिखा कि 2018 में इसी दिन बेंगलुरु में कर्नाटक के विधान सौधा में जेडीएस-कांग्रेस सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के मौके पर विपक्षी दलों के दिग्गजों की मेजबानी करना मेरे लिए एक यादगार पल था।
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