चैट जीपीटी को इटली की सरकार ने किया बैन
सरकार का कहना है कि ये चैटबॉट लोगों की प्राइवेट जानकारी इकट्ठा कर रहा है जो सही नहीं है. साथ ही इस AI टूल में मिनिमम ऐज वेरिफिकेशन के लिए भी कोई ऑप्शन नहीं है
चैट जीपीटी को इटली की सरकार ने बैन कर दिया है. दरअसल, सरकार का कहना है कि ये चैटबॉट लोगों की प्राइवेट जानकारी इकट्ठा कर रहा है जो सही नहीं है. साथ ही इस AI टूल में मिनिमम ऐज वेरिफिकेशन के लिए भी कोई ऑप्शन नहीं है. ऐसे में ये नाबालिग लोगों को सेंसिटिव जानकारी दे सकता है जो उनके विकास में गलत असर डाल सकता है. इटली के डेटा प्रोटेक्शन के अधिकारीयों का कहना है कि ये चैटबॉट पहले लोगों की निजी जानकारी इकट्ठा करता है और फिर उस हिसाब से इसे ट्रेन किया जाता है. अधिकारियों का कहना है कि ये लोगों की प्राइवेसी के साथ खिलवाड़ है.
चैट जीपीटी को बैन किए जाने पर ओपन एआई ने कहा कि कंपनी AI टूल को ट्रैन करने के लिए लोगों का पर्सनल डेटा न के बराबर यूज करती है. कंपनी का मकसद लोगों को दुनिया के बारे में बताना है न कि लोगों के पर्सनल डिटेल को सबके बीच रखना. इटली ने ओपन एआई को 20 दिनों का समय सारे दस्तावेज को जमा करने के लिए दिया है कि आखिर कंपनी कैसे डेटा का इस्तेमाल करती है. यदि ओपन एआई दस्तावेज या इस बात को एड्रेस करने में असक्षम होता है तो कंपनी पर 20 मिलियन डॉलर या कुल कमाई का 4% का फाइन लगाया जाएगा.
इधर इटली में चैट जीपीटी के बैन होने पर कंपनी के सीईओ सैम अल्टमैन ने ट्वीट कर कहा कि कंपनी ने चैट जीपीटी को इटली में बंद कर दिया है और हम सरकार के आदेश का पालन कर रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि कंपनी सभी प्राइवेसी नियमो को फॉलो कर रही है और आगे भी इसके लिए प्रतिबद्ध है. ट्वीट में सैम ने ये भी कहा कि इटली उनकी पसंदीदा जगहों में से एक है.
We of course defer to the Italian government and have ceased offering ChatGPT in Italy (though we think we are following all privacy laws).
Italy is one of my favorite countries and I look forward to visiting again soon! — Sam Altman (@sama) March 31, 2023
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