अतीक अहमद को मिला झाडू़ लगाने, खेती करने और भैंस धोने का काम
इस समय अतीक को जेल का खाना खाना पड़ रहा है. इस खाने में रोटी, दाल और चावल शामिल है. अतीक अहमद की बैरक भी बदल दी गई है.
प्रयागराज (Prayagraj) के उमेश पाल (Umesh Pal) अपहरण केस में अतीक अहमद (Atiq Ahmed) को उम्रकैद की सजा सुनाई गई. इसके बाद फिर से उसे साबरमती जेल (Sabarmati Jail) पहुंचा दिया गया. यहां अतीक अहमद कैदी नंबर 17052 के रूप में रह रहा है. साथ ही अतीक को रोज जेल में काम भी करना होगा.
साबरमती जेल में अतीक अहमद का अकाउंट भी खोल दिया है. रोजाना अतीक के जेल में काम करने के बदले उसके पैसे उसके खाते में जमा कर दिए जाएंगे. अतीक अहमद को रोजाना काम के बदले 25 रुपये दिए जाएंगे. यानी उसकी रोज की दिहाड़ी 25 रुपये होगी. माफिया डॉन को अकुशल कारिगर की श्रेणी में रखा गया है.
जेल में अतीक को झाडू़ लगाना होगा. उसे बढ़ई का काम भी करना होगा. इतना ही नहीं उसे खेती करने और मावेशियों का ध्यान रखने का काम भी सौंपा गया है. अब अतीक अहमद को जेल में भैंसो को नहलाना होगा. उन्हें चारा खिलाना होगा. उनकी साफ- सफाई करनी होगी. अतीक अहमद को कैदियों के दो जोड़ी कपड़े दिए गए हैं. जिसमें सफेद कुर्ता, पैजामा टोपी और गमछा शामिल है.
अय्याशी की जिंदगी जीने वाले अतीक को अब जेल का खाना खाना पड़ रहा है. इस खाने में रोटी, दाल और चावल शामिल है. अतीक अहमद की बैरक भी बदल दी गई है. उसे सजायाप्ता कैदियों के पक्के बैरेक में शिफ्ट कर दिया गया है. अब उसे पक्का कैदी कहा जाएगा. बता दें पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में अतीक के बाद उसके परिवार पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है. बता दें कि उमेश पाल अपहरण केस में अतीक अहदम को सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है.
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