ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा एनडीए में शामिल
अगले वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन का कुनबा और बढ़ गया है। रविवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर गठबंधन में शामिल हुए।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। इस मुलाकात के बाद अमित शाह ने ट्वीट कर बताया, "ओम प्रकाश राजभर जी से दिल्ली में भेंट हुई और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में आने का निर्णय लिया। मैं उनका एनडीए परिवार में स्वागत करता हूँ।"
इसी ट्वीट में अमित शाह ने लिखा, "राजभर जी के आने से उत्तर प्रदेश में एनडीए को मजबूती मिलेगी और मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए द्वारा गरीबों व वंचितों के कल्याण हेतु किए जा रहे प्रयासों को और बल मिलेगा।"
श्री @oprajbhar जी से दिल्ली में भेंट हुई और उन्होंने प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन में आने का निर्णय लिया। मैं उनका NDA परिवार में स्वागत करता हूँ।
राजभर जी के आने से उत्तर प्रदेश में एनडीए को मजबूती मिलेगी और मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए द्वारा… pic.twitter.com/uLnbgJedbF — Amit Shah (@AmitShah) July 16, 2023
एसबीएसपी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने एनडीए गठबंधन में शामिल होने के अपने फैसले पर बात की। उन्होंने कहा, "हमने 14 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और 2024 का चुनाव एक साथ लड़ने का फैसला किया। मैं हमें साथ लेने के लिए पीएम मोदी, एचएम अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहता हूं।"
गठबंधन में शामिल होने के निर्णय के बाद रभर ने कहा, "हम 18 जुलाई को दिल्ली में एनडीए की बैठक में शामिल होंगे।मेरे लिए मंत्री पद महत्वपूर्ण नहीं है। अब उत्तर प्रदेश में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है।" बता दें कि राजभर ने उत्तर प्रदेश का पिछला विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन में लड़ा था, लेकिन उम्मीद के मुताबिक सफलता न मिलने के बाद वह सपा से अलग हो गए थे।
इसके बाद उन्होंने पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया था। उल्लेखनीय है कि राजभर की पार्टी ने वर्ष 2017 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था। सरकार बनने पर राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था, लेकिन बाद में उन्होंने गठबंधन से नाता तोड़ लिया था।
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