परेशान बुजुर्ग ने प्रधानमंत्री से मांगी मदद कहा - बेटे-बहू जान से मारने की धमकी देते हैं
दिल्ली के एक 73 साल के बुजुर्ग ने अपने बेटे और बहू से परेशान होकर प्रधानमंत्री मोदी से मदद मांगी है। उन्होंने एक एडवोकेट के जरिए एलजी और पीएम तक ये चिट्ठी पहुंचाई है।
अपने बेटे और बहू से परेशान एक बुजुर्ग दंपती ने प्रधानमंत्री से मदद मांगी है। 73 साल के इस बुजुर्ग ने इस बाबत दिल्ली के उपराज्यपाल और पुलिस कमिश्नर को भी चिट्ठी भेजी है। इसमें आरोप लगाया कि डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट(जिलाधीश) के आदेश के बावजूद उनका बेटा और बहू घर छोड़ने को राजी नहीं हैं। दहशत में होने का दावा करने वाले बुजुर्ग का कहना है कि घर खाली करने के लिए कहने पर वो लोग इन्हें कथित तौर पर जान से मारने के झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हैं।
सीनियर सिटिजन का नाम बुद्धिराम है। वह 65 वर्षीय अपनी पत्नी सावित्री संग हर्ष विहार की गली नंबर 9 में रहते हैं। बुढ़ापे की कई बीमारियों से खुद को पीड़ित बताते हैं। उन्होंने एडवोकेट मनीष भदौरिया के जरिए प्रधानमंत्री, एलजी और अन्य तक यह चिट्ठी भिजवाई है। इसमें उन्होंने कहा, शाहदरा के डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट ने 10 अप्रैल को आदेश जारी कर उनके बेटे संजय कुमार और उसकी पत्नी सुमन को घर खाली करने का आदेश दिया था। पर उन्होंने इस आदेश का पालन नहीं किया।
फिर, डीएम ने 9 जून को हर्ष विहार थाने के एसएचओ को निर्देश जारी किया और घर खाली करवाने के लिए कहा। साथ में इस काम के लिए पुलिस बल के इस्तेमाल की छूट भी दी। तब भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। फिर उन्होंने 15 जून को पुलिस के पास अर्जी दी और जिलाधीश के आदेश पर अमल कराने की गुहार लगाई। इस पर एक पुलिसवाला उनके घर तो आया। पर यह कहकर चला गया कि वो अपने बेटे और बहू को पांच दिन का वक्त दे दें, इसके बाद वो लोग अपने आप घर खाली कर देंगे। हालांकि, पांच दिन बाद भी ऐसा हुआ नहीं। मजबूरन, बुजुर्ग ने 5 जुलाई को जिला अधिकारी के पास फिर से एक आवेदन दिया और घर खाली करवाने का अनुरोध किया। आरोप है कि इसकी सूचना मिलने पर उनके बेटे और बहू ने लोगों को जमा कर लिया, जो इन्हें ही समझाने लगे कि वे उन्हें घर से नहीं निकालें।
बुजुर्ग का आरोप है कि बेटा और बहू जान से मारने और झूठे केस में फंसाकर जेल भिजवाने की धमकी देते हैं, जिससे ये दोनों दहशत में आ रखे हैं। परेशान बुजुर्ग के मुताबिक, पुलिस उनके मामले में सही ढंग से कार्यवाही नहीं कर रही है। बेटा-बहू घर में “बदमाशों” को बुलाकर इन्हें धमकाते हैं। लिहाजा, बुजुर्ग ने देश के प्रधानमंत्री और अन्य उच्च स्तर के पदाधिकारियों से अनुरोध किया है कि वो उनके घर को बेटा-बहू के कब्जे से मुक्त कराएं और परिवार वालों की जान-माल को सुरक्षा प्रदान करें।
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