6 बिलियन डॉलर कर्ज मांग रहे पाक की आर्मी का ड्रग्स का धंधा 5 बिलियन डॉलर
इस इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि 1991 में पाक आर्मी चीफ जनरल असलम बेग और खुफिया एजेंसी ISI के चीफ जनरल असद दुर्रानी उनके सामने एक प्लान रखा था। ये प्लान था हेरोइन बेचने का…
जी हां, पाकिस्तानी आर्मी और खुफिया एजेंसी ने देश के PM के सामने हेरोइन बेचने की पेशकश रखी थी। नवाज शरीफ के मुताबिक ड्रग्स बेचकर मिले पैसों से गुप्त सैन्य ऑपरेशन्स की फंडिंग होनी थी।
आज भी पाकिस्तान में नवाज शरीफ की पार्टी की सरकार है, उनके भाई शाहबाज शरीफ प्रधानमंत्री हैं। आज भी पाकिस्तान आर्मी और ISI ड्रग्स के कारोबार में शामिल है।
पाकिस्तान की इकोनॉमी भले ही संकट से गुजर रही हो, लेकिन पाकिस्तानी आर्मी की इकोनॉमी की हालत इतनी बुरी नहीं है।
इस ड्रग्स इकोनॉमी का आकार ऐसे समझिए…
पाकिस्तान ने आर्थिक संकट से उबरने के लिए IMF से 6 बिलियन डॉलर का कर्ज मांगा है।
पाकिस्तान के रास्ते होने वाला ड्रग कारोबार सालाना 5 बिलियन डॉलर का है।
समझिए, कैसे पाकिस्तानी सेना और ISI की ये ड्रग इकोनॉमी पाकिस्तान के आर्थिक संकट के बावजूद लगातार फल-फूल रही है।
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