शेर
जिसे अब तक तलाश करता हूँ
गुम-शुदा एक याद है मुझ में ...
ज़फ़र इक़बाल
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जिसे अब तक तलाश करता हूँ
गुम-शुदा एक याद है मुझ में ...
ज़फ़र इक़बाल