मुस्लिम देशों में बेचा जा रहा था हिंदू महिलाओं का डाटा

ब्रा-पैंटी कंपनी से डाटा चोरी को अंजाम दिया था आरोपी संजय सोनी ने, इसने सबसे पहले कंपनी के नाम के साथ ट्वीट किया कि हिंदू लड़कियों का डाटा चोरी कर मुस्लिम देशों को बेचा जा रहा है.

जून 5, 2023 - 22:12
 0  29
मुस्लिम देशों में बेचा जा रहा था हिंदू महिलाओं का डाटा

हिंदू महिलाओं का पर्सनल डाटा मुस्लिम देशों को बेचा जा रहा था. यह डाटा चुराया गया था ब्रा-पैंटी बनाने वाली एक कंपनी से. इस कारनामे को जो शख्स अंजाम दे रहा था, उसी ने Twitter पर इसकी जानकारी दी और खुद को हिंदूवादी बताकर महिलाओं को सावधान रहने तक की नसीहत दे डाली. आरोपी ने कंपनी से रुपये भी ऐंठे, जब कंपनी ने मामले की शिकायत की तो राजस्थान SOG ने इस पूरे खेल से पर्दा उठाया.

हिंदू महिलाओं का डाटा चोरी करने वाले इस शख्स का नाम संजय सोनी है, राजस्थान एसओजी के मुताबिक संजय ने अपने साथियों की मदद से ही कंपनी से इस डाटा को चोरी किया था. सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि डाटा सिर्फ राजस्थान का नहीं, बल्कि देशभर की युवतियों का है.

यूजर डाटा में निजी जानकारियां होती हैं, इनमें चार पार्ट में बांटा जाता है, पहला होता है पर्सनल डाटा, इसमें नाम, पता, फोन नंबर, ईमेल आईडी होती है, दूसरा होता है डेमोग्राफिक डाटा, जिसमें उम्र, जेंडर, शिक्षा और व्यवसाय होता है, तीसरा होता है विहेवरियल डाटा, यानी हम इंटरनेट पर क्या करते हैं, सोशल मीडिया कितनी देर यूज करते हैं, कौन सी वेबसाइट देखते हैं, कितना क्लिक करते हैं और चौथा होता है लोकेशन डाटा, मसलन हमारी फिजिकल लोकेशन, कंप्यूटर का आईपी एड्रेस. ब्रा-पैंटी कंपनी से यही डाटा लीक किया गया था. इसमें महिलाओं के नाम, उम्र, मोबाइल नंबर, पता और अंडरवियर का साइज तक लीक किया गया था.

ब्रा-पैंटी कंपनी से डाटा चोरी को अंजाम दिया था आरोपी संजय सोनी ने, इसने सबसे पहले कंपनी के नाम के साथ ट्वीट किया था कि हिंदू लड़कियों का डाटा चोरी कर मुस्लिम देशों को बेचा जा रहा है. उसने कुछ लड़कियों का डाटा सार्वजनिक भी किया, जिसे सबूत बताया. इसके बाद उसने दूसरा ट्वीट किया. जिसमें 40 लाख हिंदू लड़कियों का डाटा बेचे जाने का दावा किया. आरोपी की ओर से जो डाटा का स्क्रीन शॉट शेयर किया गया था, उसमें देश भर की महिलाओं के नाम थे, इनमें उनके नाम-पता, ईमेल आइडी के साथ-साथ अंडरवियर का साइज तक लिखा हुआ था.

आरोपी संजय सोनी ने कंपनी को ब्लैकमैलिंग के लिए मेल भेजा था और तकरीबन 1500 डॉलर रकम भी वूसली थी. यह रकम दो अलग-अलग खातों में जमा हुई थी. खास बात ये है कि यह राशि क्रिप्टो करेंसी में मांगी गई थी. आरोपी रकम ऐंठने के बावजूद कंपनी को ब्लैकमेल कर रहा था. पुलिस की जांच में ये भी सामने आया कि संजय ग्रेजुएट है. 3 साल उसने खाड़ी देशों में रहकर नौकरी की. उस पर चार मामले भी दर्ज हैं.

आपकी प्रतिक्रिया क्या है?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow