अफगानी लड़की ने सूरत यूनिवर्सिटी में टॉप कर किया कमाल मिला गोल्ड मेडल
अफगानिस्तान में लड़कियों और महिलाओं पर अत्याचार के बीच एक अफगानी महिला ने शिक्षा के क्षेत्र में परचम लहराकर तालिबानी शासकों को करारा जवाब दिया है। रजिया ने वहां की लड़कियों के लिए मिसाल पेश किया है
महिलाओं को शिक्षा से वंचित करने वाले तालिबानी शासन के लिए आज अच्छी खबर नहीं है क्योंकि उसी के देश की एक बेटी ने भारत में रहकर ऐसा कमाल कर दिया है कि कई लोग इसकी तारीफ कर रहे हैं। दरअसल, अफगानी महिला रजिया मुरादी (Razia Muradi) ने सूरत यूनिवर्सिटी में टॉप कर अपने देश की डरी सहमी लड़कियों के लिए बड़ा संदेश दिया है। अफगान नागरिक मुरादी ने वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय (वीएनएसजीयू) में एमए (लोक प्रशासन) में स्वर्ण पदक जीता है।
भारत आने के बाद, रजिया मुरादी कोविड लॉकडाउन के कारण अपनी पढ़ाई ऑनलाइन मोड पर शुरू की। पहले दो सेमेस्टर में उनकी अधिकांश कक्षाएं और परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित की गईं। मुरादी, जो पिछले तीन वर्षों से अफगानिस्तान में अपने परिवार से नहीं मिल पाई हैं, को 8.60 (सीजीपीए) मिला है, जो इस विषय में सर्वोच्च स्कोर है।कुछ इस तरह से रजिया मुरादी ने कहा कि मैं नियमित रूप से व्याख्यान में भाग लेती थी और अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करती थी। मैंने परीक्षा से कुछ दिन पहले रिवीजन किया था। स्वर्ण पदक के अलावा, उन्होंने दीक्षांत समारोह में शारदा अम्बेलल देसाई पुरस्कार भी जीता।
मुरादी, जो पिछले तीन वर्षों से अफगानिस्तान में अपने परिवार से नहीं मिल पाई हैं, को 8.60 (सीजीपीए) मिला है, जो इस विषय में सर्वोच्च स्कोर है। रजिया ने अप्रैल 2022 में एमए पूरा किया और अब लोक प्रशासन में पीएचडी कर रही है।
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