अडानी के शेयर संभलने से फ्रांस-यूके पीछे छूटे, दुनिया के स्टॉक मार्केट में दोबारा टॉप 5 में पहुंचा
भारत विश्व के टॉप इक्विटी मार्केट में मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से वापस पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। अडानी ग्रुप को हुए नुकसान की वजह से यह सातवें पर खिसक गया था।
निवेशकों का भरोसा फिर से वापस हासिल करने के लिए अडानी ग्रुप ने जो कदम उठाए हैं, उससे निवेशकों का विश्वास फिर से बहाल होना शुरू हुआ है, तो भारत एक बार फिर से दुनिया के स्टॉक मार्केट में टॉप 5वें स्थान पर पहुंच गया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने सबसे ज्यादा फायदा फ्रांस और यूके को पहुंचाया था, जिससे ये दोनों भारत को पीछे छोड़कर इससे आगे निकल गए थे। लेकिन, अब भारत ना सिर्फ दोबारा टॉप 5 में आ चुका है, बल्कि फ्रांस छठे और यूनाइडेट किंग्डम सातवें स्थान पर पिछड़ चुके हैं।
अडानी ग्रुप के शेयर की बिकवाली से भारत सातवें पायदान पर आया था
हालांकि, अभी भी भारत का कुल मार्केट वैल्यू 24 जनवरी के मुकाबले 6% नीचे है। इसी के अगले दिन से अडानी ग्रुप के शेयरों में बिकवाली का दौर शुरू हुआ था। हालांकि, अडानी ग्रुप ने निवेशकों का भरोसा बहाल करने के लिए जो कदम उठाए हैं, उससे इसके शेयरों के वैल्यू बढ़े हैं, लेकिन अभी भी इसके शेयरों का कुल वैल्यु 24 जनवरी की स्थिति से 120 अरब डॉलर कम है।
हालांकि, अभी भी भारत का कुल मार्केट वैल्यू 24 जनवरी के मुकाबले 6% नीचे है। इसी के अगले दिन से अडानी ग्रुप के शेयरों में बिकवाली का दौर शुरू हुआ था। हालांकि, अडानी ग्रुप ने निवेशकों का भरोसा बहाल करने के लिए जो कदम उठाए हैं, उससे इसके शेयरों के वैल्यू बढ़े हैं, लेकिन अभी भी इसके शेयरों का कुल वैल्यु 24 जनवरी की स्थिति से 120 अरब डॉलर कम है।
ताजा तिमाही रिपोर्ट सामने आने के बाद विश्लेषकों का अनुमान है कि MSCI इंडिया कंपनियों में प्रति शेयर कमाई इस साल 14.5% बढ़ जाएगी। ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस ने जो डेटा जुटाए हैं, उसके मुताबिक यह चीन के अनुमानों के समान और ज्यादातर बड़े बाजारों से बेहतर है। इसके उलट अमेरिकी कंपनियों की प्रति शेयर इक्विटी में संभवतः 0.8% की बढ़ोतरी होगी, जबकि उसके समकक्ष यूरोपीय कपनियों के लिए यह आंकड़े लगभग सपाट रहने की संभावना है।
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