हिंदी कविता
.... सिर्फ़ कोने में पड़ी दवा
की एक छोटी-सी ख़ाली शीशी
उस आवाज़ के थम जाने के देर बाद तक
उत्सुक-सी देखती रही उसी ओर
एक हलकी-सी उदासी
और उम्मीद के साथ...
~कवि केदारनाथ सिंह ???? (कविता पुनर्जन्म की आवाज़ में)
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.... सिर्फ़ कोने में पड़ी दवा
की एक छोटी-सी ख़ाली शीशी
उस आवाज़ के थम जाने के देर बाद तक
उत्सुक-सी देखती रही उसी ओर
एक हलकी-सी उदासी
और उम्मीद के साथ...
~कवि केदारनाथ सिंह ???? (कविता पुनर्जन्म की आवाज़ में)