मिर्ज़ा ग़ालिब 6

अप्रैल 2, 2023 - 03:59
 0  31
मिर्ज़ा ग़ालिब 6

देके खत मुँह देखता है नामाबर

कुछ तो पैग़ाम ए ज़ुबानी और है

SIR GHALIB...

आपकी प्रतिक्रिया क्या है?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow