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50 साल पहले सेल फोन का आविष्कार करने वाले मार्टिन कूपर के मुताबिक लोग सेल फोन को जरूरत से ज्यादा देखते हैं. 3 अप्रैल, 1973 को अमेरिकी इंजीनियर कूपर के नेतृत्व में मोटोरोला की एक टीम ने पहला मोबाइल फोन बनाया. इस डिवाइस का आकार ईंट जैसा था और वजन करीब एक किलोग्राम (2.4 पाउंड) था. बैटरी लाइफ सिर्फ 25 मिनट थी. कूपर ने कहा कि यह कोई समस्या नहीं थी क्योंकि फोन इतना भारी था कि कोई इसे 25 मिनट से ज्यादा पकड़ के रख ही नहीं सकता था.
94 साल के "सेल फोन के जनक" कूपर का कहना है कि वह हमेशा से जानते थे कि वह और उनकी टीम ने जो डिवाइस बनाया है वह दुनिया को बदल देगा. उनका मानना है कि यह लोगों के जीवन में सुधार करना जारी रखेगा. कूपर यह भी मानते हैं कि सेल फोन का मौजूदा जुनून लंबे समय तक नहीं रहेगा. उनके मुताबिक जैसे जब टेलीविजन आया था तो उसने लोगों तो सम्मोहित कर लिया था. वैसा ही कुछ मोबाइल फोन के साथ हो रहा है. धीरे-धीरे लोग समझ जाएंगे कि गुणवत्ता भी कोई चीज है, ठीक वैसे जैसा टीवी के साथ हुआ. वे कहते हैं कि लोग सेल फोन का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना भी सीख जाएंगे. कूपर कहते है, "हर पीढ़ी होशियार होती जा रही है, इंसान कभी ना कभी इसका पता जरूर लगा लेंगे."
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